पटना , नवंबर 26 -- बिहार के सभी 70 हजार सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों में 29 नवंबर को अभिभावक- शिक्षक संगोष्ठी (पेरेंट्स टीचर मीटिंग) आयोजित की जायेगी।

'हर बच्चा होगा अब स्कूल का हिस्सा और निपुण बनेगा बिहार हमारा' विषय पर होने वाली इस राज्यव्यापी बैठक के लिये प्राथमिक शिक्षा की निदेशक साहिला ने बुधवार को सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को निर्देश जारी किया है।

संगोष्ठी में अभिभावकों को बताया जायेगा कि बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान किसी भी व्यक्ति के जीवन की आधारशिला है। साथ ही यह संदेश भी दिया जायेगा कि हर बच्चे को, चाहे उसकी सामाजिक, भाषाई या आर्थिक पृष्ठभूमि कोई भी हो गुणवत्तापूर्ण और समावेशी शिक्षा उपलब्ध कराना समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। समावेशी शिक्षा का उद्देश्य हर बच्चे को सीखने के समान अवसर देना है, जिससे वह एक आत्मनिर्भर, आत्मविश्वासी और सक्रिय नागरिक बन सके।

शिक्षक बैठक के दौरान अभिभावकों से आग्रह करेंगे कि वे बच्चों को प्रतिदिन स्कूल भेजें और घर पर पढ़ाई में सहयोग करें। उन्हें यह भी समझाया जायेगा कि हर बच्चे की सीखने की अपनी गति होती है, इसलिये बच्चों की तुलना अन्य बच्चों से न करें।

साथ ही यह सुझाव भी दिया जायेगा कि बच्चों की छोटी गलतियों पर डांट- फटकार से बचें, टीवी और मोबाइल का उपयोग सीमित कर किताबों तथा पत्रिकाओं से जोड़ें और बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें। साथ ही शिक्षक अभिभावकों को बतायेंगे कि बच्चे को भोजन कराकर ही विद्यालय भेजें, ताकि वह ऊर्जा और ध्यान के साथ पढ़ाई कर सके।

यह राज्य स्तरीय संगोष्ठी शिक्षा विभाग की उस पहल का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य बुनियादी शिक्षा को मजबूत करना और हर बच्चे को स्कूल से जोड़ते हुये 'निपुण बिहार' के लक्ष्य को साकार करना है।

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