लखनऊ , नवंबर 26 -- उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने देशवासियों को संविधान दिवस पर शुभकामनाएं देते हुए केंद्र और राज्य सरकार पर संविधान को कमजोर करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ''डिटेंशन सेंटर'' इसलिए बना रही है, क्योंकि 2027 में जनता उन्हें वहीं भेज देगी।

श्री यादव ने बुधवार को पार्टी की तरफ से जारी एक बयान में कहा कि भारतीय संविधान जितना मजबूत होगा, लोकतंत्र उतना ही सशक्त रहेगा। बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर द्वारा प्रदत्त संविधान समाजवादी मूल्यों का मार्ग प्रशस्त करता है, लेकिन भाजपा सरकार इन मूल्यों को लगातार क्षति पहुँचा रही है।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार संविधान में निहित सोशलिस्ट और सेक्युलर मूल्यों को कमजोर करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि एसआईआर प्रक्रिया के नाम पर लोकतांत्रिक अधिकारों को खतरे में डाला जा रहा है। भाजपा पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि वह संविधान में दिए गए वोट के अधिकार को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है, विशेष रूप से पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची से बड़े पैमाने पर नाम हटाने की साजिश रची जा रही है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में करोड़ों मतदाताओं के वोट हटाए जाने की शिकायतें बढ़ रही हैं। अधिकारियों और बीएलओ पर दबाव बनाकर मतदाता सूची में छेड़छाड़ की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इसी दबाव के कारण गोण्डा में एक शिक्षक और फतेहपुर में एक बीएलओ की मौत हो चुकी है।

श्री यादव ने मांग की कि एसआईआर प्रक्रिया के लिए समय तीन माह और बढ़ाया जाए, ताकि लोग नए वोट और आवश्यक दस्तावेज सही समय पर जमा कर सकें। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार पीडीए (पिछड़े-दलित-अल्पसंख्यक) की बढ़ती एकता से घबराई हुई है और इसी कारण मतदाता सूची में हस्तक्षेप किया जा रहा है।

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