नयी दिल्ली , अक्टूबर 03 -- सरकार ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में सामाजिक सुरक्षा को आगे बढ़ाने की पहल को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिल रही है और इसके तहत भारत को 'सामाजिक सुरक्षा में उत्कृष्ट उपलब्धि' के लिए इस वर्ष के अंतरराष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा संघ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

श्रम एवं रोजगार तथा युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने सोशल मीडिया एक्स पर शुक्रवार को कहा कि मलेशिया के कुआलालंपुर में आयोजित विश्व सामाजिक सुरक्षा मंच में उन्होंने भारत की तरफ से यह सम्मान प्राप्त किया है। इस दौरान उन्होंने भारत में हो रहे सामाजिक सुरक्षा से जुड़े मामलों पर व्यापक जानकारी दी। उनका कहना था कि देश में सामाजिक सुरक्षा कवरेज 2015 में 19 प्रतिशत से बढ़कर 2025 में 64.3 प्रतिशत होने और नौ करोड़ से अधिक नागरिकों तक यह सुरक्षा पहुंच के लिए अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन से मान्यता दिए जाने पर भारत को 'सामाजिक सुरक्षा में उत्कृष्ट उपलब्धि' के लिए अंतरराष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा संघ -आईएसएसए पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया है।

डॉ. मांडविया ने भारत की तरफ से पुरस्कार प्राप्त किया और इस दौरान आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा, "यह पुरस्कार हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण और अंत्योदय के हमारे मार्गदर्शक सिद्धांत का प्रमाण है, जो पंक्ति में अंतिम व्यक्ति को सशक्त बनाता है, जिसने समावेशी और सार्वभौमिक सामाजिक सुरक्षा की दिशा में हमारी यात्रा को आकार दिया है।"उन्होंने कहा कि भारत में ई-श्रम पोर्टल एक राष्ट्रीय डिजिटल डेटाबेस है जो एक बहुभाषी, निर्बाध इंटरफ़ेस के माध्यम से 31 करोड़ से अधिक असंगठित श्रमिकों को सामाजिक कल्याण योजनाओं से जोड़ता है और 'वन-स्टॉप सोल्यूशन' के रूप में कार्य करता है।

उन्होंने बताया कि 163 देशों के 1,200 से अधिक सामाजिक सुरक्षा नीति निर्माताओं और पेशेवरों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया। सामाजिक सुरक्षा कवरेज में वृद्धि के बाद, भारत ने आईएसएसए महासभा में 30 सीटों के साथ सर्वोच्च वोट शेयर हासिल किया है।

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