पटना,24दिसम्बर (वार्ता) बिहार के कृषि मंत्री रामकृपाल यादव ने बिहार के किसानों को आत्मनिर्भर होने का एक नया मंत्र दिया और कहा कि कृषि क्षेत्र में सब्जी से समृद्धि आएगी।
श्री यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "लैब टू लैंड " के संकल्प को दुहराया और कहा कि वैज्ञानिक शोध ही किसान को समृद्धि के द्वार तक ले जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के "हर भारतीय की थाली में बिहार का एक व्यंजन" भी एक दूरदर्शी विज़न है।
इसी क्रम में कृषि विभाग, बिहार ने "सब्जी से समृद्धि, आत्मनिर्भर किसान" विषय पर आज कृषि भवन, पटना के सभागार में हितधारकों के साथ एक उच्चस्तरीय परिचर्चा का आयोजन किया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में बिहार के कृषि मंत्र राम कृपाल यादव शामिल हुए और बैठक की अध्यक्षता प्रधान सचिव, कृषि विभाग पंकज कुमार ने की।
इस परिचर्चा का उद्देश्य वित्तीय वर्ष 2026-27 से 2028-29 के लिए बिहार में वैज्ञानिक पद्धति से उच्च मूल्य वाली सब्जियों के उत्पादन, प्रसंस्करण और विपणन के लिये एक ठोस नीति एवं रोडमैप पर व्यापक मंथन करना था ।
कृषि मंत्री ने बैठक में कहा कि"प्रधानमंत्री संकल्प के अनुरूप हमारा प्रयास है कि आधुनिक अनुसंधान, उन्नत बीज, नई तकनीक और नवाचार सीधे किसानों के खेत तक पहुँचें। वहीं मुख्यमंत्री श्री कुमार का सपना है कि बिहार के अन्न, सब्जी और व्यंजन देश की हर थाली की पहचान बनें।"उन्होंने कहा कि किसानों की आय में वृद्धि ही सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए धान-गेहूँ के साथ-साथ सब्जी, फल, फूल और औषधीय फसलों को मुख्यधारा में लाना आवश्यक है।
मंत्री ने बताया कि वर्तमान में बिहार में प्रतिवर्ष 170-180 लाख मीट्रिक टन सब्जियों का उत्पादन हो रहा है, जो राष्ट्रीय उत्पादन का लगभग 09 प्रतिशत है।सरकार का लक्ष्य है कि अगले पाँच वर्षों में इसे बढ़ाकर 400 लाख मीट्रिक टन तक पहुँचाया जाए।
श्री यादव ने कहा कि फसल कटाई के बाद 20 से 40 प्रतिशत तक की क्षति किसानों की आय पर सीधा प्रभाव डालती है। वर्तमान में राज्य की कोल्ड स्टोरेज क्षमता 13 लाख मीट्रिक टन है, जबकि वास्तविक आवश्यकता 40 लाख मीट्रिक टन की है। उन्होंने कहा कि प्रखंड स्तर तक कोल्ड-चेन, पैक हाउस, ग्रेडिंग और लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करना अब हमारी प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि "मेरा सपना है कि 'बिहार फ्रेश' एक सशक्त ब्रांड बने, जिससे बिहार के कृषि उत्पाद लोकल से ग्लोबल बाजार तक अपनी पहचान बना सकें।"इस अवसर पर विशेष सचिव डॉ॰ बीरेन्द्र प्रसाद यादव, निदेशक उद्यान अभिषेक कुमार, प्रबंध निदेशक भेजफेड एवं बिहार राज्य भंडार निगम डॉ॰ गगन, निदेशक पीपीएम संतोष कुमार उत्तम सहित विभाग के अन्य वरीय पदाधिकारी एवं विभिन्न हितधारक उपस्थित थे।
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