जशपुर , नवंबर 24 -- छत्तीसगढ के जशपुर में पुलिस और यूनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में "क्लिक सेफ" एवं साइबर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन शासकीय पोस्ट मैट्रिक बालिका छात्रावास जशपुर में किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को बढ़ते साइबर अपराधों, मानव तस्करी, बाल विवाह, नशा पान, सोशल मीडिया सुरक्षा और लैंगिक समानता के मुद्दों पर जागरूक करना था।

सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक,आज के डिजिटल युग में मोबाइल, ऑनलाइन बैंकिंग और सोशल मीडिया के बढ़ते उपयोग के साथ साइबर अपराध भी तेजी से बढ़े हैं। साइबर ठग लगातार नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को धोखा दे रहे हैं, ऐसे में जागरूकता ही सुरक्षा का सबसे बड़ा माध्यम है। इसी दृष्टि से जशपुर पुलिस ने यूनिसेफ के सहयोग से "क्लिक सेफ" नामक अभियान के तहत साइबर योद्धाओं को तैयार किया है, जो बाजार, हाट-बाजार, स्कूल-कॉलेजों सहित विभिन्न स्थानों पर लोगों को साइबर सुरक्षा और सामाजिक मुद्दों पर जानकारी दे रहे हैं।

इसी क्रम में 23 नवंबर को साइबर सेल जशपुर और यूनिसेफ टीम द्वारा छात्रावास में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान डीएसपी (अजाक) भावेश समरथ ने छात्राओं को बताया कि ऑनलाइन ठगी, फर्जी लिंक, ओटीपी फ्रॉड और सोशल मीडिया अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। उन्होंने छात्राओं को सलाह दी कि किसी भी अंजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें, अपनी निजी जानकारी साझा न करें, फर्जी लिंक पर क्लिक न करें और किसी भी संदिग्ध कॉल या मैसेज पर ओटीपी बिल्कुल भी न दें। उन्होंने फेसबुक-इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म के सुरक्षित उपयोग पर भी जरूरी मार्गदर्शन दिया।

यूनिसेफ की जिला समन्वयक शालिनी गुप्ता ने छात्राओं को लिंग भेदभाव, बॉडी शेमिंग, मानव तस्करी और बाल विवाह के दुष्परिणामों से अवगत कराया। उन्होंने छात्राओं को आत्मविश्वास बढ़ाने, सोशल मीडिया का सुरक्षित उपयोग करने तथा किसी भी असामान्य परिस्थिति में तुरंत सहायता लेने के लिए प्रेरित किया।

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