हरिद्वार , दिसंबर 01 -- उत्तराखंड में हरिद्वार जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में सोमवार को जिला कार्यालय सभागार में जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों से संबंधित कुल 80 समस्याएं दर्ज की गई, जिनमें से 35 शिकायतों का मौके पर ही समाधान किया गया। शेष शिकायतों को त्वरित निस्तारण के लिए संबंधित विभागों को भेज दिया गया। जनसुनवाई में राजस्व, भूमि-विवाद, विद्युत समस्या, अतिक्रमण सहित कई विषयों से जुड़ी शिकायतें सामने आईं।

कार्यक्रम के दौरान विकास कुमार, निवासी ग्राम हबीबपुर कुड़ी, लक्सर ने अंकुल नागर द्वारा की जा रही मारपीट, जान से मारने की धमकियों तथा अन्य आपराधिक गतिविधियों की शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने ग्राम प्रधान पर सरकारी धन के दुरुपयोग के आरोप भी लगाए। इसी तरह सुरेंद्र सिंह, निवासी ग्राम खुब्बनपुर लतीफपुर ने सचल दल इकाई भगवानपुर को किराये पर दिए भवन का किराया न बढ़ाए जाने की शिकायत रखी। कामिनी रानी, निवासी ज्वालापुर ने राजस्व विभाग के एक अधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। आदेश सैनी, सम्राट प्रदेश महासचिव ने ओवरलोडिंग व अवैध वाहनों तथा मांझे से हो रहे हादसों पर कार्रवाई की मांग की।

इसके अलावा बालकिशन शर्मा ने पिता द्वारा खरीदी गई भूमि पर विवाद की शिकायत दर्ज कराई, जबकि बबली सैनी ने धनौरी में अपनी भूमि पर किसी भी प्रकार के हस्तक्षेप को रोकने की मांग की। गोपी चंद्र ने अंकुल नागर की अवैध वसूली व धमकियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की। शिकायतकर्ता भूपेंद्र कुमार ने वार्ड नंबर 7 में नाले पर अवैध स्लैब डालकर कब्जा किए जाने की शिकायत रखी। महावीर प्रसाद ने अपने पुत्र के इलाज हेतु आर्थिक सहायता का अनुरोध किया।

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनसुनवाई में मिली शिकायतों का त्वरित एवं समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। किसी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी।

सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जिन समस्याओं का निस्तारण 36 दिनों के भीतर नहीं हुआ है, उन्हें प्राथमिकता के साथ शीघ्र समाधान किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को शिकायतकर्ताओं से फोन पर संपर्क कर उनकी समस्याओं के समाधान की प्रगति से भी अवगत कराने के निर्देश दिए। समीक्षा में पाया गया कि एल1 स्तर पर 438 तथा एल2 स्तर पर 85 शिकायतें लंबित हैं।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. ललित नारायण मिश्र, अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राजेश सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी आशुतोष भंडारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कई शिकायतकर्ता उपस्थित रहे।

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