जालंधर , अक्टूबर 06 -- पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने सोमवार को यहां भगवान वाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य में एक शोभायात्रा का शुभारंभ किया और लोगों से विश्व बंधुत्व का संदेश देने वाले भगवान वाल्मीकि जी की शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाने और आपसी भाईचारे को मज़बूत करने का आह्वान किया।

कैबिनेट मंत्री श्री चीमा ने कहा कि भगवान वाल्मीकि की शिक्षायें समाज में समानता के साथ-साथ नैतिकता पर भी ज़ोर देती हैं, जो वर्तमान समय में भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा कि हमें भगवान वाल्मीकि जी की शिक्षाओं से मार्गदर्शन लेना चाहिए और एक आदर्श समाज बनाने के लिए सशक्त प्रयास करने चाहिए। इस अवसर पर वित्त मंत्री ने सिटी वाल्मीकि सभा को 10 लाख रुपये की राशि देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डॉ. बी. आर. अंबेडकर जी की सोच पर चलते हुए सभी को अधिक से अधिक शिक्षा प्राप्त करके राज्य की प्रगति और समृद्धि में योगदान देना चाहिए।

पंजाब के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री लाल चंद कटारूचक ने शोभायात्रा में भाग लेते हुए कहा कि भगवान वाल्मीकि जी महाराज की महान कृति 'रामायण' मानवीय मूल्यों की एक ठोस कृति है। उन्होंने कहा कि यह महान महाकाव्य सदियों से लोगों को जीवन का मूल्य सिखाता आ रहा है और आगे भी दुनिया को सत्य का मार्ग दिखाता रहेगा। इस अवसर पर उन्होंने युवाओं को भगवान वाल्मीकि जी की शिक्षाओं का अनुसरण कर आपसी भाईचारे के बंधन को और मजबूत करने के लिए प्रेरित किया। उन्होने अपने ऐच्छिक कोष से नगर वाल्मीकि सभा को दो लाख रुपये देने की घोषणा की।

पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुडियां ने शोभायात्रा में भाग लेते हुए श्रद्धालुओं को भगवान वाल्मीकि जी महाराज के परगट उत्सव की बधाई दी। उन्होंने कहा कि भगवान वाल्मीकि जी की शिक्षाओं ने समानता का पाठ पढ़ाया है। उन्होंने कहा कि समतामूलक समाज के निर्माण के लिए हमें भगवान वाल्मीकि जी महाराज के बताए मार्ग और उच्च आदर्शों पर चलने की आवश्यकता है। खुडियां ने अपने ऐच्छिक कोष से नगर वाल्मीकि सभा को 2.50 लाख रुपये देने की घोषणा की।

पंजाब के खनन, भूविज्ञान, मृदा एवं जल संरक्षण तथा जल संसाधन मंत्री बरिन्दर कुमार गोयल भी शोभायात्रा में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि भगवान वाल्मीकि जी की शिक्षायें प्रकाश स्तंभ की तरह हैं, जो सदियों से समाज का मार्गदर्शन करती आ रही हैं। उन्होंने कहा, " हमें भगवान वाल्मीकि जी द्वारा दिए गए सिद्धांतों पर चलकर आपसी भाईचारे को मज़बूत करना चाहिए। उन्होंने जालंधर को एक गुलदस्ता बताते हुए कहा कि यहां सभी धर्मों का समान रूप से सम्मान किया जाता है। श्री गोयल ने अपनी ऐच्छिक निधि से नगर वाल्मीकि सभा को तीन लाख रुपये देने की भी घोषणा की।

पंजाब के बागवानी, स्वतंत्रता सेनानी एवं रक्षा सेवा कल्याण मंत्री मोहिन्दर भगत भी शोभायात्रा में शामिल हुए। उन्होने कहा कि भगवान वाल्मीकि जी का संदेश आज के युग में भी प्रासंगिक है, जिस पर अमल करके समाज में समानता लाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि इस पावन अवसर पर हमें भगवान वाल्मीकि द्वारा दिखाये गये नैतिकता, त्याग और गरीबों व जरूरतमंदों की सेवा के मार्ग को अपनाकर एक बेहतर समाज बनाने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने अपने ऐच्छिक कोष से सिटी वाल्मीकि सभा को पांच लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की।

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