हमीरपुर, सितम्बर 30 -- उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में एचआईवी एड्स रोग लगातार बढता जा रहा है,पिछले तीन महीने में एक महिला समेत 11 रोगी पाये जाने पर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है, जिसमे नवयुवकों की संख्या सर्वाधिक बतायी गयी है।
यही नही आईसीटीसी में सलाह लेने वाले मरीजो की संख्या बढती जा रही है। गैर प्रांत में काम करने वाले लोग लगातार जिले में इस रोग को फैलाते जा रहे है। जिला अस्पताल के आईसीटीसी के प्रभारी डा. प्रशांत कुमार ने मंगलवार को बताया कि जिले में कम से कम तीन सौ एचआईवी पाजिटिव एड्स रोगियों का उपचार जिला अस्पताल में किया जा रहा है इधर पिछले सालों से साल में एक या दो एड्स रोगी मिलते थे मगर जिले में माह जुलाई, अगस्त,सितम्बर में ग्यारह एड्स रोगी मिल जाने से स्वास्थ्य विभाग आश्चर्य में पड गया है।
सितम्बर माह में केवल पांच एड्स रोगी पाये गये है। जिसमे कुरारा ब्लाक की एक महिला शामिल है, जो अपने आप में एक रिकार्ड है। जो रोगी उपचार ले रहे हैे उसमे सबसे ज्यादा लोग सुमेरपुर व मौदहा ब्लाक के बताये जाते है। संबंंधित रोगियों के नाम का खुलासा नही किया जाता है। उन्होने बताया कि जो नवयुवक मध्य प्रदेश,गुजरात,बांबे,व अन्य प्रांतो में जाकर यह रोग लेकर वापस आते है।
प्रभारी डा. कुमार ने बताया कि केंद्र में जो लोग संदेह के आधार पर काउन्सिंगल के लिये आते है उनको उचित सलाह दी जाती है। एड्स रोगियों को उपचार के साथ साथ घर में रहकर काम काज करने के लिये प्रेरित किया जाता है। प्रभारी का कहना है कि इधर मरीजों में नवयुवकों की संख्या बढी है जो चिंता का विषय है। इसमे ज्यादातर लोग वाहन चालक व फैक्ट्रियों में काम करने वाले है। ये लोग सेक्स रैकेट के चक्कर में फंसकर घातक रोग के शिकार हो जाते है। पीडितों के समय समय पर काउन्सिंलग की जाती है उधर शासन ने महिला अस्पताल हमीरपुर से महिला काउन्सलर को हटाकर पु्रुष अस्पताल में बैठकर काउन्सिंलग करने के आदेश दिये है।
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