यरूशलम , अक्टूबर 13 -- फिलीस्तीन समर्थक संगठन हमास ने सोमवार को बंधक बनाए गए शेष 13 जीवित बंधकों के दूसरे और अंतिम समूह को रेड क्रॉस को सौंप दिया है।
इससे पहले दिन में सात अन्य बंधकों को भी रेड क्रॉस को सौंप दिया गया था। दो साल से अधिक समय से बंधक बने रहने के बाद इस आदान-प्रदान ने सभी जीवित बंधकों को रेड क्रॉस को सौंपने का काम पूरा हो गया है।
आईसीआरसी और आईडीएफ दोनों के अधिकारियों ने पास की एक सैन्य सीमा चौकी पर उनके स्थानांतरण की प्रक्रिया की निगरानी की हालांकि उन्होंने इस पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।
सऊदी अरब स्थित मीडिया अल-हदथ के अनुसार 28 अन्य बंधकों के शव अभी भी आतंकवादी समूह के पास हैं। मीडिया एजेंसी ने बताया कि हमास की कैद में मृत बंधकों के शव आज दोपहर रेड क्रॉस को सौंप दिए जाएँगे।
अभी यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि कितने शवों को स्थानांतरित किया जाएगा। हमास नेताओं ने कहा कि युद्धग्रस्त पट्टी में मलबे के ढेर के बीच बंधकों के अवशेषों को ढूँढ़ने में उन्हें परेशानी हो सकती है।
इसी बीच इस बात की जानकारी होने के बाद कि आतंकवादी समूह मृत बंधकों के 28 में से केवल चार शव ही वापस करेगा। बंधक एवं लापता परिवार मंच ने हमास पर युद्धविराम समझौते का "खुला उल्लंघन" करने का आरोप लगाया है।
टाइम्स ऑफ़ इज़रायल की रिपोर्ट के अनुसार, मंच ने कहा, "यह हमास द्वारा समझौते का खुला उल्लंघन है। हम उम्मीद करते हैं कि इज़रायल सरकार और मध्यस्थ इस गंभीर अन्याय को दूर करने के लिए तत्काल कार्रवाई करेंगे।" मंच ने कहा कि वह "स्तब्ध और निराश" है।
यह घटनाक्रम अमेरिका द्वारा मध्यस्थता किए गए युद्धविराम समझौते के तहत इस्लामी आतंकवादी संगठन द्वारा सभी 20 जीवित बंधकों को रिहा किए जाने के कुछ ही घंटों बाद सामने आया है, क्योंकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इस समय इज़रायल में हैं और नेसेट में भाषण देने वाले हैं।
समूह ने आगे कहा, "मृत बंधकों के परिवार गहरे दुख से भरे विशेष रूप से कठिन दिनों का सामना कर रहे हैं। हम किसी भी बंधक को नहीं छोड़ेंगे। मध्यस्थों को समझौते की शर्तों को लागू करना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि हमास इस उल्लंघन की कीमत चुकाए।"आज वापस भेजे जाने वाले शवों की सटीक संख्या के बारे में इज़रायली अधिकारियों की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, न ही चारों की पहचान सार्वजनिक की गई है। कई परिवारों के अनुसार इज़रायली अधिकारियों ने शनिवार को उन्हें सूचित किया कि उनके प्रियजनों के अवशेष आज या कल नहीं लौटाए जाएँगे, लेकिन उन्हें आश्वासन दिया कि उन्हें खोजने और बरामद करने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
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