हजारीबाग, 08अक्टूबर (वार्ता) झारखंड के हजारीबाग स्थित लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा में लापरवाही और अनियमितताओं के गंभीर आरोपों के बाद सरकार ने कड़ी कार्रवाई की है।

जेल अधीक्षक की अनुशंसा पर जेलर समेत छह सरकारी कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है, जबकि संविदा पर कार्यरत छह भूतपूर्व सैनिक कक्षपालों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।

पुलिस सूत्रों ने आज बताया कि हाल ही में एक पूर्व जेल सिपाही की गिरफ्तारी के बाद हुई विभागीय जांच में कई गंभीर गड़बड़ियां सामने आईं। जांच में यह पाया गया कि कारा के अंदर बाहरी व्यक्तियों को अनधिकृत रूप से प्रवेश की अनुमति दी जा रही थी। कुछ कर्मियों पर बंदियों को अनुचित सुविधाएं उपलब्ध कराने के भी आरोप लगे हैं।

प्रशासन ने निलंबित कर्मियों के विरुद्ध विभागीय जांच के आदेश जारी किए हैं, वहीं बर्खास्त संविदाकर्मियों के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई पर भी विचार किया जा रहा है।

इस कार्रवाई के बाद जेल प्रशासन में भारी हड़कंप मच गया है। वरिष्ठ अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि "जेल व्यवस्था में किसी भी प्रकार की ढिलाई, अनुशासनहीनता या भ्रष्टाचार को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"राज्य कारा निदेशालय ने घटना के बाद सभी जिलों के जेलों को सतर्क किया है और सुरक्षा मानकों के सख्त पालन का निर्देश जारी किया है।

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