जयपुर , अक्टूबर 11 -- राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चिकित्सा प्रकोष्ठ ने पिछले दिनों प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल सवाई मान सिंह (एसएमएस) के ट्रॉमा सेंटर के ईसीयू में आग लगने के हादसे में आठ लोगों की मौत एवं सरकारी अस्पतालों में आपूर्ति की गई कफ सिरप पीने से बच्चों की मौत के मामले की उच्च स्तरीय जांच की राज्य सरकार से मांग की है।

चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डा विकास महला ने शनिवार को यहां प्रेस कांफ्रेंस में यह मांग करते हुए राज्य सरकार पर स्वास्थ्य सुरक्षा देने में नाकाम रहने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार को स्वास्थ्य विभाग की जवाबदेही तय करने चाहिए। उन्होंने बताया कि नोडल अधिकारी अनुराग धाकड़ ने गत तीन अक्टूबर को ही पत्र लिखकर चेताया था। उसके बाद एसएमएस के ट्रोमा सेंटर में हुए हादसे में चिकित्सा अधिकारियों को हटाया जाना तर्कसंगत नहीं लगता जबकि इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कराई जानी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे को रोका जा सके और वास्तविक दोषी पर कार्रवाई हो सके।

प्रदेश कांग्रेस चिकित्साप्रकोष्ठ संगठन महासचिव कृष्ण शर्मा ने गत लगभग दो वर्षों में राज्य सरकार की स्वास्थ्य सुविधाओं की ओर बेरुखी को इंगित करते हुए बताया कि वर्तमान में लगातार हो रही घटनाओं से यह साबित होता है कि सरकार आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने में विफल रही है। निकट भविष्य में स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चिकित्सा प्रकोष्ठ आमजन की सहभागिता के साथ प्रदर्शन कर सरकार पर दबाव बनायेगा ताकि प्रदेश में हो रही स्वास्थ्य सेवाओं की अनदेखी रुक सके और प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सके।

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