पटना , अक्टूबर 04 -- बिहार सरकार ने विकसित बिहार के 7 निश्चय के अंतर्गत संचालित बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना में महत्वपूर्ण संशोधन करते हुये इसे और अधिक सरल, सुलभ और लाभकारी बना दिया है।

अब इस योजना के अंतर्गत सभी पात्र छात्रों को ब्याज रहित ऋण उपलब्ध कराया जायेगा।

यह निर्णय दो अक्टूबर, 2016 से संचालित इस महत्वाकांक्षी योजना के प्रभाव को बढ़ाने और आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों को उच्च शिक्षा से जोड़ने के उद्देश्य से लिया गया है।

एक सितंबर, 2025 तक कुल 3,92,339 छात्रों को लगभग 7,887.92 करोड़ रुपये की ऋण राशि वितरित की जा चुकी है।

अब तक छात्रों को अधिकतम 4 लाख रुपये तक का 4 प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण दिया जाता था, जबकि महिला, दिव्यांग और ट्रांसजेंडर छात्रों को 1 प्रतिशत की रियायती दर पर दी जाती थी।

अब यह ऋण सभी आवेदकों के लिए पूर्णतः ब्याज मुक्त कर दिया गया है।

जो छात्र पहले से ऋण ले चुके हैं और उसका भुगतान कर रहे हैं, वे भी अब शेष राशि को ब्याज रहित रूप में चुका सकेंगे। दो लाख रुपये तक के ऋण की चुकाने वाली राशि को अब 60 की जगह 84 मासिक किस्तों (7 साल) में की जा सकेगी। दो लाख से अधिक की ऋण राशि की वापसी अब 84 की जगह 120 मासिक किस्तों (10 साल) में संभव हो सकेगी। यह संशोधन पूर्ववर्ती विभागीय संकल्प में किया गया है।

यदि छात्र की कोर्स अवधि या चुकाने की अवधि में मृत्यु हो जाती है, तो पूरा ऋण ब्याज सहित माफ कर दिया जायेगा। यदि आंशिक भुगतान किया गया है, तो शेष राशि माफ की जायेगी।

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