नयी दिल्ली , अक्टूबर 11 -- भारत ने प्रतिष्ठित क्वालिफाइड फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर (क्यूएफआई) बैज हासिल करने वाली भारतीय वायु सेना की पहली फाइटर पायलट स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह की बैज हासिल करने के समय की फोटो को संपादित कर दुष्प्रचार करने की पाकिस्तान की कोशिशों का शनिवार को पर्दाफाश कर दिया।
इसके साथ ही भारत ने पाकिस्तान के इस दावे की भी पोल खोल दी है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उसने इस महिला फाइटर पायलट के विमान को गिराकर उन्हें पकड़ लिया था।
दरअसल वायु सेना ने तांबरम स्थित फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर्स स्कूल में छह महीने का गहन प्रशिक्षण पूरा करने के बाद 59 अन्य अधिकारियों के साथ यह प्रतिष्ठित बैज हासिल करने के समय की स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह की तस्वीर अपने सोशल मीडिया हैंडल पर साझा की थी।
इस तस्वीर के सार्वजनिक होने के कुछ घंटे बाद पाकिस्तान स्थित एक सोशल मीडिया हैंडल 'क्वासी 2002' ने स्क्वाड्रन लीडर सिंह की तस्वीर को संपादित कर उनकी जगह एक पुरूष अधिकारी की फोटो लगा दी।
भारत सरकार के प्रेस सूचना कार्यालय के फैक्ट चेक हैंडल पीआईबी फैक्ट चेक ने तुरंत पाकिस्तानी हैंडल के दुष्प्रचार का पर्दाफाश कर कहा कि इसमें स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह की फोटो को संपादित किया गया है और पाकिस्तान का दावा गलत है।
पीआईबी ने अपने फैक्ट चेक पोस्ट के साथ वायु सेना की वह पोस्ट भी साझा की जिसमें सम्मान समारोह के दौरान वायुसेना के प्रशिक्षण कमान के वरिष्ठ एयर स्टाफ ऑफिसर एयर मार्शल तेजबीर सिंह स्क्वाड्रन लीडर शिवानी सिंह को यह प्रतिष्ठित बैज प्रदान कर रहे थे।
पीआईबी ने लोगों को सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के दुष्प्रचार करने वाले हैंडलों से सावधान रहने को भी कहा है।
ऑपरेशन सिंदू के दौरान भी पाकिस्तान स्थित सोशल मीडिया हैंडल ने स्क्वाड्रन लीडर शिवानी सिंह के विमान को मार गिराने तथा उन्हें पकड़ने का भी दावा किया था। पीआईबी ने इन दोनों दावों का पर्दाफाश कर दिया है ।
स्क्वाड्रन लीडर शिवानी सिंह 2020 में राफेल लड़ाकू विमान उडाने के लिए चुने जाने के बाद सुर्खियों में आईं थी। इससे पहले वह मिग-21 बाइसन विमान उड़ा रही थीं।
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