बेंगलुरु , नवंबर 28 -- कर्नाटक में सत्तारुढ़ कांग्रेस सरकार में नेतृत्व को लेकर खींचतान के बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने मुख्यमंत्री सिद्दारमैया की उपस्थिति में उस वक्त का ज़िक्र किया जब कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री पद छोड़ने का फ़ैसला किया था।
श्री शिवकुमार ने यहां आशा वर्कर्स के कार्यक्रम में श्री सिद्दारमैया की मौजूदगी में कहा, "सोनिया गांधी ने अपनी मर्ज़ी से प्रधानमंत्री का पद छोड़ दिया था और यह ज़िम्मेदारी डॉ मनमोहन सिंह को दी थी। उन्होंने करीब दो दशक तक इस देश में कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व किया।"उन्होंने आगे कहा, "उस वक्त, तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के लिए सोनिया गांधी को आमंत्रित किया था लेकिन उन्होंने कहा कि मुझे यह पद नहीं चाहिए। इस देश के आर्थिक विशेषज्ञ को देश की कमान संभालनी चाहिए। इसलिए उन्होंने प्रधानमंत्री पद छोड़ दिया और सत्ता डॉ मनमोहन सिंह के हाथ में दे दी।"श्री शिवकुमार का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पांच साल के कार्यकाल का आधा हिस्सा समाप्त कर चुकी है।
श्री शिवकुमार ने यह कहा है कि उन्हें "किसी भी चीज़ की जल्दी नहीं है", हालांकि उनका खेमा पर्दे के पीछे सक्रिय बना हुआ है। इस बीच, उनके समर्थक कांग्रेस विधायकों ने कथित तौर पर शीर्ष स्तर पर हस्तक्षेप की मांग करते हुए दिल्ली का रुख किया है।
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