हाजीपुर , नवंबर 27 -- बिहार के कृषि मंत्री रामकृपाल यादव ने गुरूवार को कहा कि आज भारत में जहां लोक संस्कृति दिनों-दिन विलुप्त होती जा रही है, वहीं सोनपुर मेला ने अपनी पौराणिक धरोहर को जीवंत बनाये रखा है।
श्री यादव ने आज विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला में कृषि प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर श्री यादव ने कहा कि कहा कि आज भारत में जहां लोक संस्कृति दिनों-दिन विलुप्त होती जा रही है, वहीं सोनपुर का यह मेला अपनी पौराणिक धरोहर को जीवंत बनाये रखा है। उन्होंने कहा कि आज भी सोनपुर पशु मेला के रूप में विश्व प्रसिद्ध है।
श्री यादव ने कहा कि सोनपुर वह पावन धरती है, जहां पौराणिक काल में कभी गज एवं ग्राह की लड़ाई हुई थी। उन्होंने कहा कि गज ने असुरक्षित महसूस करने पर भगवान से मदद की गुहार लगायी थी एवं भगवान असहाय गज की पुकार सुन कर स्वयं प्रकट हुए और गज की रक्षा की थी। उन्होंने कहा कि यहां बाबा हरिहरनाथ जी का भव्य पौराणिक मंदिर भी है। प्राचीन हरिहरनाथ मंदिर हिन्दुओं का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है, जहाँ वर्षों से कार्तिक पूर्णिमा से एक महीने तक के लिए विश्व प्रसिद्ध मेला का आयोजन किया जाता रहा है।
कृषि मंत्री ने कहा कि बिहार एक कृषि प्रधान राज्य है, जहां लगभग 76 प्रतिशत आबादी की आजीविका कृषि पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि राज्य की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में कृषि क्षेत्र का योगदान लगभग 21 प्रतिशत है। यहां के 90 प्रतिशत किसान लघु एवं सीमांत श्रेणी के हैं, जिनकी आय और उत्पादन क्षमता बढ़ाना राज्य के आर्थिक विकास की कुंजी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लक्ष्य है कि भारत वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र बने और यह तभी संभव है जब बिहार तेज गति से प्रगति करे। बिहार का समग्र विकास ही राष्ट्र के समृद्ध भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगा।
श्री यादव ने कहा कि यह बिहार का सौभाग्य है कि प्रकृति ने इसे उपजाऊ मिट्टी और प्रचुर जल संसाधनों का वरदान दिया है। साथ ही यहाँ कृषि जलवायु की विशाल विविधता है, जो बागबानी तथा औषधीय पौधों सहित बड़ी संख्या में विभिन्न प्रकार के फसलों की खेती को संभव बनाती है। उन्होंने कहा कि बिहार गंगा की तराई में बसा है। यहां भूगर्भीय जल काफी मात्रा में है। सब्जियों की पैदावार में बिहार सबसे आगे हैं। शहद, मशरुम, मखाना, लीची पैदा करने में भी बिहार सबसे आगे हैं। अन्नास, आम, केला, अमरूद, गन्ना, जूट आदि पैदा करने में भी बिहार बहुत आगे हैं।
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