गांधीनगर , अक्टूबर 03 -- गुजरात के सूरत में 202 करोड़ रुपये की लागत से पीएम एकता मॉल बनेगा, जिससे स्वदेशी उत्पादों एवं स्थानीय कारीगरों को बढ़ावा मिलेगा।

सूत्रों ने शुक्रवार को यहां बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत को प्रोत्साहन देने और स्वदेशी उत्पादों को समर्थन देने के लिए 'वोकल फॉर लोकल' विजन पर जोर दिया है। राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात इस विजन को सार्थक करने के लिए उल्लेखनीय कदम उठा रहा है। इस पहल के अंतर्गत, सूरत में 202 करोड़ रुपए की लागत से अत्याधुनिक पीएम एकता मॉल का निर्माण हो रहा है। एकता मॉल का निर्माण 2023-24 के केंद्रीय बजट में स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने और स्थानीय कारीगरों को सशक्त बनाने के राष्ट्र व्यापी अभियान का एक हिस्सा है।

श्री मोदी ने 'वोकल फॉर लोकल' की मुहिम को लगातार आगे बढ़ाते हुए नागरिकों से भारतीय में निर्मित वस्तुओं और सेवाओं को समर्थन देने का अनुरोध किया है। सूरत में निर्माणाधीन पीएम एकता मॉल इस मुहिम को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह पहल एक 'जिला, एक उत्पाद' (ओडीओपी), भौगोलिक संकेतक (जीआई) टैग श्रेणी की वस्तुओं और देश के हरेक कोने से पारंपरिक हस्तकला को प्रदर्शित करने का एक राष्ट्रीय मंच प्रदान करेगा।

श्री पटेल के नेतृत्व में पीएम एकता मॉल के निर्माण की लगातार समीक्षा की जा रही है। यह प्रोजेक्ट सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को नए अवसर प्रदान करेगा और कारीगरों को और अधिक सशक्त बनायेगा।

सूरत में निर्माणाधीन पीएम एकता मॉल वित्त मंत्रालय की 'पूंजी निवेश के लिए राज्यों को विशेष सहायता योजना 2023-24' के तहत एक मुख्य प्रोजेक्ट है। देश भर में ऐसे मॉल के निर्माण के लिए 5000 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं। सूरत एक प्रमुख आर्थिक और पर्यटन शहर है, उम्मीद है कि पीएम एकता मॉल के निर्माण के बाद यह भारी संख्या में आगंतुकों को आकर्षित करेगा। इस मॉल में प्रत्येक राज्य और केंद्रशासित प्रदेश के लिए विशेष शो रूम होगा, जहां एक जिला, एक उत्पाद और जीआई टैग श्रेणी की वस्तुएं प्रदर्शित की जाएंगी। यह सांस्कृतिक विनिमय और आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा। यह मॉल स्थानीय कारीगरों को भारत और दुनिया भर के खरीदारों के साथ जोड़ेगा, जिससे उनकी बिक्री में बढ़ोतरी होगी और 'मेक इन इंडिया' मिशन को गति मिलेगी।

पीएम एकता मॉल न केवल एक बाजार है, बल्कि यह भारत की विविधता और उद्यमशीलता की भावना का प्रतीक भी है। यह स्वदेशी उत्पादों एवं नवाचार को प्रोत्साहन देकर विकसित भआरत के विजन में योगदान देता है। 'वोकल फॉर लोकल' केंद्र सरकार का एक राष्ट्रीय अभियान है, जो लोगों को भारत में निर्मित वस्तुओं एवं सेवाओं को समर्थन देने पर बल देता है। आत्मनिर्भर भारत के विजन के अनुरूप इस अभियान का उद्देश्य स्थानीय व्यवसायों को समर्थन देना, रोजगार का सृजन करना और भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को मजबूत बनाना है। 'वोकल फॉर लोकल' अभियान स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देगा और भारत को एक मजबूत और आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में आगे ले जायेगा।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित