रांची , नवम्बर 23 -- झारखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन को सलाह दी।

श्री मरांडी ने कहा कि राज्य को विकसित बनाने के लिए हेमंत सरकार को कुछ मूलभूत मुद्दों पर ईमानदारी, प्रतिबद्धता और प्राथमिकता के साथ काम करना होगा।

श्री मरांडी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा,राज्य सरकार द्वारा निर्धारित किए गए लक्ष्य से 25 वर्ष पहले ही झारखंड विकसित राज्यों की पंक्ति में खड़ा हो सकता है, लेकिन इसके लिए मौजूदा हेमंत सरकार को कुछ मूलभूत मुद्दों पर ईमानदारी, प्रतिबद्धता और प्राथमिकता के साथ काम करना होगा।

सबसे पहले स्वास्थ्य प्रणाली को दुरुस्त करना जरूरी है। आज की स्थिति यह है कि मरीजों को इलाज देने के बजाय लगातार एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल रेफर किया जाता है। यह व्यवस्था बंद होनी चाहिए। हर अस्पताल में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वच्छ पेयजल, पर्याप्त डॉक्टर, पर्याप्त बेड और आवश्यक दवाओं की आसान उपलब्धता सुनिश्चित करनी होगी। तभी आम जनता को भरोसेमंद और गुणवत्तापूर्ण उपचार मिल सकेगा।

वहीं कानून-व्यवस्था को लेकर लिखा कि यदि कानून-व्यवस्था मजबूत नहीं होगी, तो लोग असुरक्षा में जीने को मजबूर होंगे और निवेशक भी राज्य में पूंजी लगाने से बचेंगे। इसलिए सरकार को कानून-व्यवस्था पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनानी होगी। अपराध छोटा हो या बड़ा, किसी भी स्तर पर ढिलाई स्वीकार नहीं होनी चाहिए।

गरीब से गरीब बच्चे को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलना उसका अधिकार है। अच्छी शिक्षा ही झारखंड की मजबूत नींव तैयार कर सकती है और राज्य को विकास के रास्ते पर आगे बढ़ा सकती है। इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सरकार को राजनीति से परे होकर सहयोग और सहभागिता की भावना के साथ काम करना होगा।

झारखंड तभी बदलेगा, झारखंड तभी विकसित राज्य बनेगा, जब सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ लोगों की समस्याओं और जरूरतों को समझे और उन पर जमीन पर उतरकर काम करे।

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