नयी दिल्ली , अक्तूबर 13 -- सब्जियों और दालों की कीमतों में भारी गिरावट के कारण सितंबर में उपभोक्ता मूल्य पर आधारित मुद्रास्फीति (खुदरा महंगाई दर) 99 महीने के निचले स्तर पर आ गयी।

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, सालाना आधार पर सितंबर में खुदरा महंगाई की दर 1.54 प्रतिशत रही जो जून 2017 के बाद का निचला स्तर है। इससे पहले, अगस्त 2025 में खुदरा महंगाई दर 2.04 प्रतिशत दर्ज की गयी थी।

इस दौरान खाद्य मुद्रास्फीति शून्य से 2.28 प्रतिशत नीचे रही जो दिसंबर 2018 के बाद सबसे कम है। अगस्त में यह शून्य से 0.64 प्रतिशत नीचे रही थी।

आंकड़ों के अनुसार, एक साल पहले की तुलना में सितंबर में सब्जियों के दाम 21.38 प्रतिशत और दालों एवं उनके उत्पादों के दाम 15.32 प्रतिशत कम हुए। हालांकि खाद्य तेलों एवं वसायुक्त पदार्थों की महंगाई दर 18.34 प्रतिशत और फलों की 9.93 प्रतिशत रही। अन्य खाद्य पदार्थों की महंगाई दर नियंत्रण में रही।

आवास-मुद्रास्फीति दर सितंबर में 3.98 प्रतिशत, शिक्षा मुद्रास्फीति 3.44 प्रतिशत और स्वास्थ्य मुद्रास्फीति 4.40 प्रतिशत दर्ज की गयी।

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