लखनऊ , दिसंबर 24 -- अपना दल (एस) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने कहा कि कार्यकर्ता ही किसी भी संगठन की असली ताकत होते हैं। कार्यकर्ताओं के परिश्रम और समर्पण के कारण ही आज अपना दल (एस) उत्तर प्रदेश की तीसरी बड़ी राजनीतिक पार्टी के रूप में स्थापित हुआ है।

श्री पटेल ने कहा कि सामाजिक न्याय की लड़ाई को और गति देने के लिए हमें जमीनी स्तर पर और अधिक मजबूत होने की आवश्यकता है, जिसके लिए आपसी मतभेद भुलाकर संगठन निर्माण में जुटना होगा।

बुधवार को अपना दल (एस) के कैंप कार्यालय, लखनऊ में मंडलीय समीक्षा एवं समन्वय बैठक संपन्न हुई। बैठक में उत्तर प्रदेश के सात मंडलों के 25 जिलों से आए वर्तमान जिला अध्यक्ष, पूर्व जिला अध्यक्ष, क्षेत्रीय अध्यक्ष तथा संबंधित मंडलों में निवास करने वाले राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर के पदाधिकारी उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में पार्टी की मज़बूत भागीदारी सुनिश्चित करना तथा संगठन को बूथ और पंचायत स्तर तक और अधिक सशक्त बनाना रहा।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पंचायत चुनाव निकट हैं, ऐसे में जहां-जहां संगठनात्मक कमजोरियां हैं, उन्हें एक माह के भीतर दूर किया जाए। उन्होंने कार्यकर्ताओं से पंचायत चुनाव के लिए अभी से कमर कस लेने का आह्वान करते हुए संभावित प्रत्याशियों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि पंचायत चुनाव के प्रत्याशियों का चयन विधानसभा प्रभारी, विधानसभा अध्यक्ष एवं जिला अध्यक्ष के समन्वय से किया जाएगा। इन पदाधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वे अपनी-अपनी विधानसभा में संगठन की सभी कड़ियों को दुरुस्त करें। विधानसभा प्रभारी को क्षेत्र में सक्रिय उपस्थिति बढ़ाने तथा विधानसभा अध्यक्षों को जोन, सेक्टर और बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने का निर्देश दिया गया।

उन्होंने कहा कि यदि समय रहते इन लक्ष्यों को हासिल किया गया, तो पंचायत चुनावों में पार्टी को निश्चित रूप से सफलता मिलेगी, जिससे संगठन और सामाजिक न्याय के आंदोलन को नई ऊर्जा प्राप्त होगी।

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