जयपुर , अक्टूबर 10 -- अखिल राजस्थान सहकारी बैंक्स अधिकारी एसोसिएशन ने राज्य सरकार की भांति सहकारी बैंक कार्मिकों के लिए सुनिश्चित केरियर प्रगति (एसीपी ) योजना लागू किये जाने की मांग की है।

एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रघुवीर शर्मा ने शुक्रवार को राज्य के सहकारिता मंत्री गौतम कुमार दक को पत्र लिखकर यह मांग की। श्री शर्मा ने पत्र में समस्त सहकारी बैंक कार्मिकों की ओर से निवेदन किया कि जल्द से जल्द सहकारी बैंकों में लम्बे समय से अटकी पड़ी स्टॉफ स्ट्रेन्थ पुर्ननिधारण की प्रक्रिया भी जल्द पूर्ण की करने की मांग की जिससे कर्मचारियों को पदोन्नति के वाजिब हक से वंचित नहीं होना पड़े एवं कार्मिकों को निरन्तर पदोन्नति के सुअवसर भी प्राप्त हो सके।

उन्होंने निवेदन किया कि अधिकांश सहकारी बैंकों में गत 12-13 वर्षों से स्टॉफ स्ट्रेन्थ पुर्ननिर्धारण नहीं हुआ है, जिससे वर्तमान बैकिंग आवश्यकतानुरूप किये जा रहे कार्य वर्गीकरण एवं इसके अनुरूप कार्मिको के पद सृजित नहीं होने से कर्मचारी हतोत्साहित है।

श्री शर्मा ने मांग की कि जल्द स्टॉफ स्ट्रेन्थ पुर्ननिर्धारण के लिए कमेटी का गठन कर जिलेवार स्टॉफ स्ट्रेन्थ समीक्षा की जाये एवं शीर्ष सहकारी बैंक के समकक्ष आवश्यक पदों का सृजन किया जाये। कमेटी में यूनियन पदाधिकारियो को आवश्यक रूप से सम्मिलित किया जाये, जिससे कर्मचारी मंच व सक्षम स्तर में समन्वय स्थापित हो एवं पारदर्शिता बनी रहे। बैंकिंग सहायक संवर्ग एवं प्रबन्धक संवर्ग के बीच सहायक प्रबन्धक संवर्ग का निर्माण करते हुए नवीन पदों का सृजन किया जाये तथा बैंकिंग सहायक संवर्ग से तीन वर्ष के सेवा अनुभव आधार पर सहायक प्रबन्धक संवर्ग में पदोन्नति की जानी चाहिए।

उन्होंने मांग की कि जिला केन्द्रीय सहकारी बैंकों में मुख्य प्रबन्धक पद को विलोपित करते हुए इसके स्थान पर सहायक महाप्रबन्धक एवं उक्तानुसार उप महाप्रबन्धक एवं महाप्रबन्धक के पद भी सृजित करने तथा शीर्ष सहकारी बैंक व केन्द्रीय सहकारी बैंक के कर्मचारियों में व्याप्त वर्षों पुराने भेदभाव को तत्काल समाप्त करने की आवश्कता है।

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