पटना , नवंबर 27 -- शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने स्पष्ट निर्देश दिया कि चुनावी घोषणापत्र में शामिल सभी वादों को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाये और प्रत्येक जिले में एक मॉडल विद्यालय और एक मॉडल महाविद्यालय के उन्नयन की प्रक्रिया को प्राथमिकता के साथ आगे बढ़ाने का आदेश दिया है।
उन्होंने कहा कि यह कदम शिक्षा की गुणवत्ता और बुनियादी ढांचे को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में महत्वपूर्ण साबित होगा।
शिक्षा मंत्री श्री कुमार ने ये बातें गुरुवार को राजधानी पटना में आयोजित विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान कहीं। बैठक में विभाग के अपर मुख्य सचिव बी राजेंद्र की ओर से विभाग की वर्तमान स्थिति और कार्य- प्रगति की प्रस्तुति दी गई।
उन्होंने शैक्षणिक सत्र को नियमित करने के लिये टीआरई- 4 का रोस्टर शीघ्र तैयार करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही उन्होंने सभी विद्यालयों में नियमित शारीरिक गतिविधियों को अनिवार्य रूप से संचालित करने के आदेश भी दिये।
मंत्री श्री कुमार ने राज्य की शिक्षा- व्यवस्था में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) तकनीक को उच्च प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने निर्देश दिया कि शिक्षण और अकादमिक प्रक्रियाओं को आधुनिक तकनीक आधारित बनाया जाये, जिससे विद्यार्थियों को वैश्विक स्तर की शिक्षा उपलब्ध हो सके। साथ ही उन्होंने शिक्षा प्रणाली को एआई आधारित, कौशल- केंद्रित और शोधोन्मुख बनाने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
उच्च शिक्षा संस्थानों में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशा- निर्देशों के पूर्ण अनुपालन को सुनिश्चित करने पर भी उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये। मंत्री सुनील कुमार ने स्पष्ट किया कि विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता एक उत्तरदायी, आधुनिक, तकनीक-संचालित, कदाचाररहित और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रणाली की स्थापना है।
उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्धारित समय सीमा में गुणवत्तापूर्ण और परिणाम उन्मुख कार्य सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
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