अयोध्या , अक्टूबर 14 -- समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व मंत्री और प्रवक्ता तेज नारायण पवन पांडेय ने अयोध्या नगर निगम के महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, नगर आयुक्त रहे विशाल सिंह एवं संतोष कुमार शर्मा पार अयोध्या में सम्पन्न हुए राममंदिर की प्राण प्रतिष्ठा और विकास कार्यों के नाम 150 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है।
अयोध्या के एक स्थानीय होटल में पांडेय ने पत्रकारों को घोटाले के दस्तावेज भी दिखाए। उन्होने कहा कि यह भ्रष्टाचार भाजपा सरकार के संरक्षण में हुआ है। कुछ नेता और अधिकारी मिलीभगत से इस घोटाले को अंजाम दे रहे हैं। पूर्व मंत्री पवन पांडेय ने बताया कि उन्होंने सैकड़ों आरटीआई आवेदन दाखिल किए, पर केवल 102 का ही जवाब मिला। इससे उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि कई फाइलें जानबूझकर गायब कर दी गई हैं। उनका आरोप है कि करोड़ों के टेंडर बिना प्रक्रिया के जारी किए गए, जिससे पारदर्शिता पर सवाल उठते हैं। पवन पांडेय ने कहा कि एक काली सूची में डाली गई फर्म को काली सूची में रहते हुए छह करोड़ से अधिक का भुगतान किया गया।
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