चंडीगढ़ , अक्टूबर 06 -- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार नौवें सिख गुरु, श्री गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस को मानवाधिकार दिवस के रूप में मनाने का मामला भारत सरकार के समक्ष उठाएगी।
यहां संत समाज के प्रमुख व्यक्तियों के साथ विचार-विमर्श करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के शहीदी दिवस को राष्ट्रीय स्तर पर मानवाधिकार दिवस के रूप में मनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे देश भर में धर्मनिरपेक्षता, सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारा और मज़बूत होगा। उन्होंने कहा कि नौवें गुरु, सांप्रदायिक सद्भाव और धर्मनिरपेक्षता के समर्थक थे और उन्होंने देश में मानवाधिकारों की रक्षा के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार गुरु साहिब जी द्वारा दिल्ली जाते समय अपनाए गए मार्ग के पंजाब वाले हिस्से को श्री गुरु तेग बहादुर मार्ग के रूप में बनाने की संभावना तलाशेगी। उन्होंने कहा कि पंजाब लोक निर्माण विभाग और पंजाब मंडी बोर्ड इस सड़क के निर्माण का खाका तैयार करेंगे जो सच्चे अर्थों में गुरु साहिब जी के प्रति श्रद्धा और सम्मान प्रकट करने का एक विनम्र प्रयास होगा। उन्होने कहा कि पंजाब सरकार इस सड़क को दिल्ली स्थित गुरुद्वारा शीश गंज साहिब तक ले जाने के लिए केंद्र सरकार के समक्ष मामला उठाएगी।
एक अन्य मामले का उल्लेख करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस सड़क से महान सिख सेनापति बाबा जीवन सिंह (भाई जैता जी) नौवें गुरु, श्री गुरु तेग बहादुर जी का पवित्र शीश लाए थे, उसे विकसित किया जाएगा और उसका नाम बाबा जीवन सिंह मार्ग रखा जाएगा। मुख्यमंत्री मान ने कहा कि जब बाबा जीवन सिंह जी गुरु साहिब जी का शीश श्री आनंदपुर साहिब ला रहे थे, तब उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा से होकर गुजरने वाला मार्ग कठिनाइयों और मुश्किलों से भरा था। उन्होंने कहा कि संबंधित राज्यों की सरकारों और भारत सरकार से इस सड़क के निर्माण की अपील की जाएगी, जो महान सिख नायक को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस दौरान, मुख्यमंत्री ने गुरु साहिब जी के जीवन और दर्शन को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए एक समिति के गठन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि विरासत-ए-खालसा संग्रहालय में कोई भी आपत्तिजनक सामग्री, जो सिख भावनाओं से मेल नहीं खाती, उसे संग्रहालय से हटा दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने संत समाज को बताया कि राज्य सरकार ने श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर कई कार्यक्रमों की योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि ये कार्यक्रम 25 अक्टूबर को दिल्ली के गुरुद्वारा सीस गंज साहिब से शुरू होंगे और एक नवंबर से राज्य भर में कीर्तन दरबार आयोजित किए जाएंगे। इस बीच, भगवंत सिंह मान ने कहा कि 15 नवंबर से राज्य के प्रत्येक शैक्षणिक संस्थान में गुरु साहिब जी के महान जीवन, दर्शन और बलिदान पर सेमिनार आयोजित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि 18 नवंबर को श्रीनगर (जम्मू और कश्मीर) में कीर्तन दरबार आयोजित किया जाएगा और अगले दिन 19 नवंबर को वहां से एक नगर कीर्तन आयोजित किया जाएगा, जिसमें कश्मीरी पंडित भाग लेंगे।
उन्होंने बताया कि यह नगर कीर्तन 19 नवंबर को जम्मू, 20 नवंबर को पठानकोट और 21 नवंबर को होशियारपुर में रुकेगा। यह नगर कीर्तन 22 नवंबर को श्री आनंदपुर साहिब पहुंचेगा। भगवंत सिंह मान ने बताया कि 19 नवंबर को तख्त श्री दमदमा साहिब से नगर कीर्तन निकाला जाएगा और 20 नवंबर को फरीदकोट और गुरदासपुर में नगर कीर्तन निकाला जाएगा। उन्होंने बताया कि चारों नगर कीर्तन 22 नवंबर को श्री आनंदपुर साहिब में संपन्न होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस ऐतिहासिक अवसर पर राज्य सरकार 23 से 25 नवंबर तक श्री आनंदपुर साहिब में बड़े पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित करेगी। उन्होंने बताया कि 12 हजार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए श्री आनंदपुर साहिब में एक टेंट सिटी बनाई जाएगी, जिसका नाम 'चक्क नानकी' रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि इस पवित्र नगरी में एक सर्वधर्म सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा।
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