मुंबई , अक्टूबर 10 -- बैंकिंग और औषधि कंपनियों के शेयरों में लिवाली के समर्थन से शुक्रवार को शेयर बाजारों में तेजी का सिलसिला बना रहा और बीएसई 30 सेंसेक्स तथा निफ्टी 50 क्रमश: 0.40 प्रतिशत और 0.42 प्रतिशत लाभ में बंद हुए।
कल भी प्रमुख शेयर सूचकांक 0.50 के दायरे में बढ़त के साथ सुधर कर बंद हुए थे।
बाजार सूत्रों के अनुसार भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में सुधार को आगे बढ़ाने के संकेतों और अमेरिका में औषधि क्षेत्र पर केंद्रित एक कानून की समीक्षा के ट्रम्प प्रशासन के निर्णय से चीन पर पड़ने वाले संभावित प्रभाव से भारत को परोक्ष रूप से लाभ होने की संभावना से बैंकिंग और फार्मा क्षेत्र में निवेशकों की रुचि में सुधार दिखा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कल श्री ट्रम्प से फोन पर व्यापार संबंधों को लेकर हुई बातचीत की खबरों से भी बाजार में उत्साह दिखा।
स्थानीय बाजारों में शुरुआत नरमी भरी रही लेकिन जल्दी ही प्रमुख सूचकांक सुधरने लगे। बीएसई30 सेंसेक्स कुल मिला कर कल की तुलना में 328.72 अंक यानी 0.40 प्रतिशत सुधर कर 82,500.82 पर बंद हुआ। सेंसेक्स 82,075.45 पर खुल कर दिन में कारोबार के दौरान ऊपर में 82,654.11 और नीचे में 82,072.93 पर बंद हुआ था।
बीएसई30 में आज 22 शेयर लाभ और आठ हानि में बंद हुए। भारतीय स्टेट बैंक 2.16 प्रतिशत उछल गया जबकि मारुति में 1.72 प्रतिशत का सुधार दिखा। एक्सिस बैंक, एनटीपीसी, पावर ग्रिड और बीईएल जैसे सरकारी क्षेत्र के शेयरेां में भी एक प्रतिशत के दायरे में लाभ रहा। कोटक बैंक, हिंदुस्तान लीवर , रिलायंस इंडस्ट्रीज और एशियन पेंट्स भी लाभ में बंद हुआ।
घाटे में रहे प्रमुख शेयरों में टाटा स्टील 1.47 प्रतिशत नीचे आ गया। टीसीएस, टेक महिंद्रा, टाइटन और टाटा मोटर्स भी हानि में बंद हुए।
एनएसई का 50 शेयरों वाला निफ्टी कुल 103.55 (0.41 प्रतिशत) सुधर कर 25,285.35 पर बंद हुआ। निफ्टी कल की तुलना में गिरावट के साथ 25,167.65 पर खुलने के बाद ऊपर में 25,330.75 और नीचे में 25,156.85 तक गया था।
निफ्टी बैंकिंग सूचकांक 0.74 प्रतिशत लाभ में रहा जबकि निफ्टी आईटी में 0.05 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी। निफ्टी मिडकैप 0.46 प्रतिशत, स्माल कैप 0.74 प्रतिशत और निफ्टी आटो सूचकांक 0.50 प्रतिशत लाभ में रहा।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि, "बैंकिंग और दवा कंपनियों के शेयरों में मज़बूत बढ़त के चलते भारतीय शेयर बाज़ार बढ़त के साथ बंद हुए। सरकार द्वारा भारतीय स्टेट बैंक का नेतृत्व करने के लिए निजी क्षेत्र के पेशेवरों को आमंत्रित किये जाने से निवेशकों की धारणा में सुधार हुआ। यह सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों में निजी भागीदारी की अनुमति देने की दिशा में एक व्यापक नीतिगत बदलाव का प्रतीक माना जा रहा है जिससे दक्षता और संचालन की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है। "श्री नायर ने कहा कि अमेरिका द्वारा बायोसिक्योर कानून को पुन: प्रभावी करने के समाचार से स्थानीय दवा कंपनियों के शेयरों में तेज़ी आई है। अमेरिका के इस निर्णय का उद्देश्य संदिग्ध विदेशी कंपनियों, विशेष रूप से चीन की कंपनियों के साथ बायोटेक क्षेत्र में संबंधों को समाप्त या नियंत्रित करना है। इससे अनुबंध पर दवाओं का विकास एवं उत्पादन करने वाली कंपनियों (सीडीएमओ) के कारोबार को प्रोत्साहन मिल सकता है। सीडीएमओ के मामले में भारत मजबूत है।
तिमाही परिणामों की घोषणा का मौसम शुरू होने के साथ, निवेशक बाज़ार की दिशा के संकेतों के लिए तिमाही परिणामों पर कड़ी नज़र रख रहे हैं।
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