गुवाहाटी , नवंबर 23 -- यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) के एंटी-टॉक ग्रुप के एक शीर्ष कमांडर और उसके एक साथी ने रविवार को असम राइफल्स के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
अरुणोदोई दहोतिया उर्फ बिजित गोगोई नाम का यह कमांडर, संगठन की 709 कंपनी से जुड़ा था जिसे उल्फा (इंडिपेंडेंट) के नाम से भी जाना जाता था। दहोतिया को उल्फा (आई) चीफ परेश बरुआ का भरोसेमंद साथी भी माना जाता है। दहोतिया के साथ उसके एक बॉडी गार्ड, फ्रांसिस असोम ने भी आत्मसमर्पण कर दिया।
पुलिस के सूत्रों ने बताया कि दहोतिया ने फ्रांसिस असोम के साथ अरुणाचल प्रदेश में भारत-म्यांमार सीमा पर पंगसौ पास के पास असम राइफल्स के सामने आत्मसमर्पण किया।
दहोतिया 2018 में असम पुलिस ऑफिसर भास्कर कलिता पर हमला और उसके बाद उनकी हत्या और असम के जोरहाट जिले में एक मिलिट्री स्टेशन पर ग्रेनेड हमला समेत अलग-अलग आतंकवादी गतिविधियों में वॉन्टेड था।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पिछले साल सितंबर में अरुणोदोई दहोतिया उर्फ बिजित गोगोई समेत सात उल्फा (आई) कैडर के खिलाफ चार्जशीट फाइल की थी।
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