नयी दिल्ली, नवंबर 25 -- केंद्रीय ग्रामीण विकास तथा कृषि और कृषक कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को लैंगिक समानता और महिला सशक्तीकरण पर एक राष्ट्रीय अभियान 'नई चेतना 4.0' का शुभारंभ किया।

ग्रामीण विकास मंत्रालय के अधीन दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) की ओर से आयोजित माह भर का यह अभियान सभी राज्यों और संघ शासित क्षेत्रों में 23 दिसंबर तक चलाया जाएगा।

श्री चौहान ने अपने अध्यक्षीय भाषण में यह सुनिश्चित करने के प्रधानमंत्री के संकल्प को दोहराया कि कोई भी बहन गरीबी में नहीं रहे और किसी भी महिला की आंखों में आंसू न हो। हर बहन को लखपति दीदी के रूप में गरिमा, विश्वास और संपन्नता प्राप्त हो। उन्होंने कहा कि सरकार समूचे देश में महिला सशक्तीकरण को मजबूत कर और ग्रामीण महिलाओं के लिए अवसरों का विस्तार करते हुए इस सपने को साकार करने की दिशा में लगातार कार्यरत है।

नई चेतना 4.0 का उद्देश्य समूचे ग्रामीण भारत में महिलाओं पर हिंसा के खिलाफ सामुदायिक कार्रवाई को मजबूत करना और महिलाओं की सुरक्षा, गरिमा और आर्थिक सशक्तीकरण को बढ़ावा देना है। यह समानता और समावेशी ग्रामीण विकास के लिए आजीविका मिशन की प्रतिबद्धता को मजबूती देता है।

समारोह में ग्यारह संबंधित मंत्रालयों और विभागों का एक अंतर-मंत्रालयी संयुक्त परामर्श भी जारी किया गया। समग्र सरकार के दृष्टिकोण की भावना को समेटे इस परामर्श में लिंग के आधार पर भेदभाव और हिंसा को खत्म करने के लिए हर संबंधित मंत्रालय और विभाग की शक्ति का उपयोग करने की बात कही गई है।

समारोह में लैंगिक समानता और ग्रामीण विकास को प्रोत्साहन देने के लिए मजबूत सामूहिक प्रतिबद्धता देखने को मिली। इसमें भारत सरकार के महत्वपूर्ण मंत्रालयों और विभागों ने शिरकत की। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के प्रतिनिधियों, देश भर से एसएचजी की सदस्यों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और भागीदार सिविल सोसायटी संगठनों ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

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