आजमगढ़ , अक्टूबर 7 -- उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि एक अच्छे राष्ट्र निर्माण के लिए शिक्षा जरूरी है, उसके साथ ही शिक्षा का उपयोग सही ढंग से करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि शिक्षा वो है जो ज्ञान दे, विज्ञान दे, शिक्षा वो है, जो स्वावलंबी बनाये, स्व का बोध कराये, राष्ट्र के प्रति प्रेम का बोध कराये, तिरंगा हाथों में लेना सिखाए। उन्होंने कहा कि शिक्षा का दायित्व बोध होना चाहिए। शिक्षा का उपयोग राष्ट्र निर्माण में करना चाहिए। उन्होने कहा कि आज सर्वाधिक रैंकिंग/ग्रेडिंग विश्वविद्यालय वाला राज्य उत्तर प्रदेश है। श्री उपाध्याय आज महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय की दूसरी दीक्षांत समारोह में अति विशिष्ट अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे ।
योगेंद्र उपाध्याय ने द्वितीय दीक्षांत समारोह की बधाई देते हुए कहा कि आजमगढ़ सांस्कृतिक विरासत का शहर है। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के आंदोलन में आजमगढ़ के वीरों ने भी अपना योगदान दिया था। भारतीय संस्कृति के विद्वान राहुल सांकृत्यायन, अयोध्या सिंह उपाध्याय ''हरिऔध'', कैफे आजमी की धरती है, इस शहर में महाराजा सुहेलदेव के नाम से विश्वविद्यालय गर्व का विषय है।
उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि माता-पिता एवं गुरूओं के संघर्ष के बिना इस मुकाम को हासिल नहीं किया जा सकता है। इनका आजीवन कृतज्ञ रहना चाहिए। हर गुरु यह कामना करता है कि हर शिष्य बहुत ऊंचाई तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि आपने जो जीवन में शिक्षा के माध्यम से ग्रहण किया है, यह अवसर उनको याद करने का दिन है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित