चम्पावत , नवम्बर 24 -- देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर शहीद अग्निवीर दीपक सिंह को सोमवार को उनके पैतृक गांव मल्ली खरही के कुशीला ताल घाट पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।

शहीद दीपक की अंतिम यात्रा में पाटी क्षेत्र के सैकड़ों लोग उमड़ पड़े। इस दौरान पूरा माहौल शोकाकुल रहा। बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने अश्रुपूरित नेत्रों से अपने वीर सपूत को राष्ट्र के प्रति उनके अद्वितीय समर्पण और साहस को नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी।

श्रद्धांजलि देने वालों में लोहाघाट के विधायक खुशाल सिंह अधिकारी, सीएम कैंप कार्यालय के नोडल अधिकारी केदार सिंह बृजवाल, पूर्व विधायक पूरन सिंह फर्त्याल, भाजपा प्रदेश मंत्री निर्मल महरा, जिला महामंत्री मुकेश कलखुड़िया, उपजिलाधिकारी अनुराग आर्य समेत बड़ी संख्या में गणमान्य लोग शामिल रहे।

वीर शहीद दीपक सिंह जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के मेंढर में नियंत्रण रेखा के पास अग्रिम चौकी पर गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

आज सुबह सुबेदार दीपक सिंह के नेतृत्व में सैनिकों का एक दल पार्थिव शरीर को लेकर उनके पैतृक गांव पहुंचा। बताया जा रहा है कि उन्हें चार गोलियां लगी थीं। वह मात्र कुछ दिन पहले ही गांव में छुट्टी बिता कर ड्यूटी पर लौटे थे। चार भाई बहिनों में वह तीसरे नंबर पर थे। उनके चचेरे भाई सचिन ने उन्हें मुखाग्नि दी।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित