बेंगलुरु , अक्टूबर 15 -- कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खरगे ने स्पष्ट किया है कि उनकी लड़ाई व्यक्तियों से नहीं बल्कि नफरत के दर्शन के खिलाफ है और कोई भी कार्रवाई कानूनी और संवैधानिक होनी चाहिए।
श्री खरगे ने हाल के दिनों में गाली-गलौज वाले फोन कॉल्स के जवाब में कहा कि वह सैकड़ों शिकायतें दर्ज करा सकते हैं और वे एक सौ लोगों को गिरफ्तार भी करा सकते हैं लेकिन उनकी लड़ाई व्यक्तियों के खिलाफ नहीं है बल्कि नफरत फैलाने वाली विचारधारा के खिलाफ है।
उन्होंने कहा कि जो लोग उन्हें सीधे तौर पर धमकी दे रहे हैं, उनसे कानूनी तौर पर निपटा जाएगा। उन्होंने कहा, "मेरी असली चिंता धर्म के नाम पर नफरत के बीज बोने और युवाओं को कट्टरपंथी बनाने वालों" को लेकर है।
श्री खरगे ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सदस्यों द्वारा उन्हें, उनके परिवार, श्री राहुल गांधी तथा सुश्री प्रियंका गांधी सहित वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को गालियां देते हुए ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग जारी कीं। उन्होंने भाजपा को आरएसएस शाखाओं में हो रहे इस तरह के कट्टरपंथ पर अपना रुख स्पष्ट करने की चुनौती दी।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित