मुंबई , अक्टूबर 05 -- हिंदी और मराठी सिनेमा की वरिष्ठ अभिनेत्री संध्या शांताराम (94) का शनिवार को यहां निधन हो गया। वह महान अभिनेता और फिल्म निर्माता वी. शांताराम की पत्नी थीं।

संध्या को झनक झनक पायल बाजे (1955), दो आँखें बारह हाथ (1958), नवरंग (1959), पिंजरा (1972) और अमर भूपाली (1952) जैसी महान सामाजिक फिल्मों में उनके अभिनय के लिए याद किया जाता है। सन 1950 और 60 के दशक में, उनके उल्लेखनीय नृत्य और अभिनय कौशल ने भारतीय सिनेमा में एक खास छाप छोड़ी। उन्होंने पति वी. शांताराम के निर्देशन में कई फिल्मों में काम किया।

सिनेमा के पर्दे पर उन पर फिल्माए गये गीत 'ऐ मालिक तेरे बंदे हम' , 'जा रे हट नटखट', 'आधा है चंद्रमा रात आधी', 'पंख होते तो उड़ आती रे', ने आज तक संगीत प्रेमियों के दिल पर अपनी छाप छोड़ रखी है।

प्रसिद्ध फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर ने उनके भारतीय सिनेमा पर अमिट प्रभाव को याद करते हुए, अभिनेत्री को श्रद्धांजलि अर्पित की।

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