मुंबई , दिसंबर 01 -- देश के विनिर्माण क्षेत्र की रफ्तार नवंबर में सुस्त पड़ गयी और एचएसबीसी द्वारा सोमवार को जारी विनिर्माण खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) घटकर 56.6 रह गया।
अक्टूबर में विनिर्माण पीएमआई 59.2 दर्ज किया गया था। गिरावट के बावजूद नवंबर में गतिविधियों में अच्छी तेजी रही और सूचकांक दीर्घावधि औसत 54.2 से ऊपर बना हुआ है।
सूचकांक का 50 से ऊपर होना गतिविधियों में तेजी और इससे नीचे होना गिरावट को दर्शाता है जबकि 50 का स्तर स्थिरता दिखाता है।
भारत में एचएसबीसी के मुख्य अर्थशास्त्री प्रांजुल भंडारी ने कहा, "भारत के नवंबर के अंतिम पीएमआई आंकड़ों से इस बात की पुष्टि होती है कि अमेरिका में भारतीय वस्तुओं पर लगने वाले आयात शुल्क से विनिर्माण क्षेत्र की रफ्तार सुस्त पड़ी है। नये निर्यात ऑर्डर का पीएमआई 13 महीने के निचले स्तर पर आ गया है। निकट भविष्य को लेकर कारोबारी भरोसे में बड़ी गिरावट दर्ज की गयी है। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में की गयी कटौती का असर समाप्त हो रहा है और यह मांग पर आयात शुल्क के असर को समाप्त करने के लिए अपर्याप्त साबित हो सकता है।"रिपोर्ट में कहा गया है कि नवंबर में उत्पादन और बिक्री में इस साल फरवरी के बाद के निचले स्तर पर रहे जबकि रोजगार सृजन की रफ्तार 21 महीने में सबसे कम रही।
सर्वेक्षण में हिस्सा लेने वाली कंपनियों ने बताया कि अफ्रीका, एशिया, यूरोप और पश्चिम एशिया में बिक्री बढ़ी है, लेकिन कुल निर्यात में हल्की गिरावट दर्ज की गयी है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित