वाराणसी , अक्टूबर 12 -- उत्तर प्रदेश में वाराणसी के केंद्रीय कारागार में रविवार को बंदियों को योग के महत्व को समझाया गया और इसका अभ्यास कराया गया, जिससे उन्होंने शारीरिक और मानसिक रूप से खुद को पहले से अधिक स्वस्थ पाया।

कर्मयोगी पीठ के अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त योग ऋषि डॉ. राकेश पाण्डेय ने कैदियों को योगासनों का अभ्यास कराया और इसके महत्व को साझा किया। उन्होंने बताया कि योग के नियमित अभ्यास से बंदियों के मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होगा, अवसाद में कमी आएगी, नींद की गुणवत्ता बेहतर होगी और सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित होगा।

वरिष्ठ कारागार अधीक्षक राधाकृष्ण मिश्र ने कहा कि कारागार केवल सजा देने का स्थान नहीं है, बल्कि इसे बंदी सुधार गृह भी कहा जाता है। इसलिए, बंदियों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए कर्मयोगी पीठ के तत्वावधान में यह योग कार्यक्रम आयोजित किया गया और इसे भविष्य में भी जारी रखा जाएगा।

उन्होंने कर्मयोगी पीठ के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह का अनुकरणीय योग कार्यक्रम आयोजित करना सराहनीय है। कर्मयोगी पीठ के प्रमुख संयोजक गौरव मिश्र ने बताया कि योग के अभ्यास से बंदियों में आत्मनियंत्रण और अनुशासन की भावना बढ़ेगी।

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