नयी दिल्ली , अक्टूबर 15 -- रेल मंत्रालय के अधीनस्थ नवरत्न कंपनी भारतीय रेल वित्त निगम (आईआरएफसी) ने चालू वित्त वर्ष की 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही में रिकॉर्ड शुद्ध लाभ दर्ज किया है।
कंपनी ने बुधवार को वित्तीय परिणामों की घोषणा की। उसने बताया कि 30 सितंबर को समाप्त तिमाही में उसकी कुल आय 6,371.91 करोड़ रुपये रही। छमाही के दौरान यह आंकड़ा 13,290.15 करोड़ रुपये रहा।
पहली छमाही में शुद्ध लाभ 3,522.67 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 3,189.47 करोड़ रुपये की तुलना में 10.45 प्रतिशत की मजबूत दोहरे अंक की वृद्धि दर्शाता है।दूसरी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 10.19 प्रतिशत बढ़कर 1,776.98 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले साल समान तिमाही में यह 1,612.65 करोड़ रुपये था।
निगम द्वारा प्रबंधित परिसंपत्ति (एयूएम) में सकारात्मक रुझान दिखा और यह 4.62 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
इस अवधि के दौरान, निगम ने अब तक का सर्वोच्च नेट वर्थ 56,193.85 करोड़ रुपये रहा। प्रति शेयर कमाई (ईपीएस) 5.39 रुपये (वार्षिकीकृत) प्रदर्शित किया।
आईआरएफसी ने छमाही के दौरान रेलवे से जुड़े क्षेत्रों जैसे बिजली उत्पादन (नवीकरणीय ऊर्जा सहित), ऊर्जा संचरण, कोयला खनन, औद्योगिक अवसंरचना आदि में कुल 45,382 करोड़ रुपये के नये व्यवसाय समझौतों को मंजूरी दी और निष्पादित किया। ये मंजूरियां पिछले वित्त वर्ष में निष्पादित 5,250 करोड़ रुपये से नौ गुना अधिक हैं।
निदेशक मंडल ने अब तक के सर्वोच्च अंतरिम लाभांश 1.05 रुपये प्रति शेयर की घोषणा की है, जो कंपनी की अपने शेयरधारकों को निरंतर मूल्य प्रदान करने की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित