नयी दिल्ली , अक्टूबर 06 -- रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और बेंगलूरू स्थित भारतीय रेलवे आपदा प्रबंधन संस्थान (आईआरआईडीएम) ने रेल दुर्धटनाओं के समय एकीकृत तरीके से राहत एवं बचाव कार्य की संस्थागत व्यवस्था विकसित करने और उसे संचालित करने के लिए त्रिपक्षीय समझौता किया है।

इस त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन पर सोमवार को यहां रेल भवन में हस्ताक्षर किए गए।

रेल मंत्रालय की एक विज्ञप्ति में कहा गया है, ' यह साझेदारी रेलवे दुर्घटना परिदृश्यों के अनुरूप एकीकृत राहत कार्यों और क्षमता निर्माण के लिए एक स्पष्ट संस्थागत ढांचा स्थापित करने के लिए है1 इसमें गोल्डन ऑवर ( उपचार की दृष्टि से महत्वपूर्ण प्ररंभिक समय) के दौरान दुर्घटनाग्रत व्यक्तियों की जान बचाने के उपायों पर विशेष जोर जाएगा। 'समझौते पर आरपीएफ के आईजी (प्रशिक्षण) बीवी राव; एनडीआरएफ के आईजी नरेंद्र सिंह बुंदेला , आईआरआईडीएम के निदेशक श्रीयुत श्रीनिवास ने हस्ताक्षर किये। इस अवसर परआर. राजगोपाल, सदस्य (ट्रैक्शन एंड रोलिंग स्टॉक), रेलवे बोर्ड (एमटीआरएस), अरुणा नायर, महानिदेशक/मानव संसाधन; पीयूष आनंद, महानिदेशक/एनडीआरएफ; सोनाली मिश्रा, महानिदेशक/आरपीएफ; और एनडीआरएफ और आरपीएफ के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

सुश्री मिश्रा ने कहा कि राहत और बचाव अभियान में सभी हितधारकों के बीच प्रभावी सहयोग और समन्वय होना चाहिए तथा मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार की जानी चाहिए।

श्री आर. राजगोपाल ने कहा कि मानव निर्मित आपदाओं के अलावा, चक्रवात, मूसलाधार बारिश और लू जैसी प्राकृतिक आपदाओं पर भी ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। एनडीआरएफ के महानिदेशक पीयूष आनंद ने इस बात पर ज़ोर दिया कि रेलवे की अन्य एजेंसियों को भी क्षमता निर्माण के प्रयासों में शामिल किया जाना चाहिए।

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