कारवार , दिसंबर 28 -- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने रविवार को कर्नाटक के कारवार नौसेना अड्डे से भारतीय नौसेना की स्वदेशी कालवरी श्रेणी की पनडुब्बी आईएनएस वाघशीर में यात्रा की। उनकी इस यात्रा को भारत के नौसेना इतिहास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है।

राष्ट्रपति के एक्स हैंडल पर एक आधिकारिक पोस्ट के अनुसार, राष्ट्रपति ने नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी के साथ पश्चिमी तट का दौरा किया।

सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर के रूप में राष्ट्रपति मुर्मु की पनडुब्बी में उपस्थिति ने स्वदेशीकरण एवं समुद्री सुरक्षा के प्रति राष्ट्रीय प्रतिबद्धता को रेखांकित किया है। यह पनडुब्बी यात्रा राष्ट्रपति की गोवा, कर्नाटक और झारखंड की चार दिवसीय यात्रा का हिस्सा है। पनडुब्बी शनिवार शाम को गोवा के लिए रवाना हुई थीं।

सोमवार को राष्ट्रपति झारखंड के जमशेदपुर में ओल चिकी के शताब्दी समारोह में शामिल होंगी। उसी दिन वे जमशेदपुर स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) के 15वें दीक्षांत समारोह को भी संबोधित करेंगी। राष्ट्रपति मंगलवार को झारखंड के गुमला में अंतरराज्यीय जनसंस्कृति समागम समारोह-कार्तिक यात्रा को संबोधित करेंगी।

इससे पहले शुक्रवार को राष्ट्रपति ने कला, संस्कृति, खेल और नवाचार जैसे विविध क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धियों एवं योगदान को मान्यता देते हुए 18 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के 20 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्रदान किये।

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