रायगढ़ , अक्टूबर 12 -- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में रविवार को नगर में 'शताब्दी शंखनाद कार्यक्रम' के तहत एक भव्य और अनुशासित पथ संचलन का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ रामलीला मैदान से हुआ जहाँ से पथ संचलन तीन अलग-अलग दलों में विभाजित होकर नगर के प्रमुख मार्गों और चौक-चौराहों से गुजरा। पारंपरिक गणवेश में सजे 2000 से अधिक स्वयंसेवक इस अनुशासित यात्रा में शामिल हुए।

पथ संचलन के दौरान शहरवासियों ने जगह-जगह स्वागत द्वार बनाकर एवं पुष्प वर्षा कर स्वयंसेवकों का अभिनंदन किया। कई सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं ने भी उत्साहपूर्वक स्वागत में भाग लिया। तीनों दलों का संगम सुभाष चौक में हुआ जहाँ नागरिकों ने जयघोष के साथ पथ संचलन का स्वागत किया।

कार्यक्रम का समापन पुनः रामलीला मैदान में हुआ जहाँ विशाल जनसमूह की उपस्थिति में समापन समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर पद्मश्री से सम्मानित सुप्रसिद्ध पंडवानी गायिका श्रीमती उषा बारले मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। उन्होंने अपने प्रेरक उद्बोधन से स्वयंसेवकों का उत्साहवर्धन किया।

समापन सत्र में कार्यक्रम के मुख्य वक्ता ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के महत्व पर प्रकाश डालते हुए संगठन के मूल विचारों-राष्ट्रीयता, अनुशासन और सामाजिक समरसता-का संदेश दिया।

कार्यक्रम का सफल संचालन नगर संघचालक एवं कार्यकर्ताओं की अगुवाई में हुआ। आयोजन को लेकर पूरे रायगढ़ नगर में उत्सव का माहौल रहा।

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