रामनगर , नवंबर 25 -- उत्तराखंड में मांस प्रकरण में लंबे समय से फरार चल रहे मुख्य आरोपी और हिंदूवादी नेता मदन जोशी ने मंगलवार को एक अप्रत्याशित तरीके से रामनगर कोतवाली में आत्मसमर्पण किया।
पुलिस पिछले कई दिनों से मदन की तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही थी और यहां तक कि आज कोतवाली के बाहर भी गिरफ्तारी की योजना बनाई गई थी लेकिन मदन ने पुलिस को ऐसा चकमा दिया नाटकीय तरीके से कोतवाली में आत्मसमर्पण किया।
जानकारी के अनुसार, पुलिस को अंदेशा था कि मदन आत्मसमर्पण करने आ सकते हैं, इसलिए कोतवाली के बाहर पुलिस ने पकड़ने के लिए जाल बिछा रखा था लेकिन मदन अलग ही रास्ते से स्कूटी पर सवार होकर सीधे कोतवाली के अंदर पहुंच गए, जिससे पुलिस को भनक तक नहीं लगी। अंदर पहुंचते ही उन्होंने खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस के मंसूबों पर यह सीधा पानी फेरने जैसा था,आत्मसमर्पण की खबर फैलते ही कई भाजपा कार्यकर्ता, स्थानीय नेता और विधायक दीवान सिंह बिष्ट भी कोतवाली पहुंचे।
विधायक दीवान सिंगन बिष्ट ने कहा कि मदन भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता हैं, नगर के मंडल अध्यक्ष रहे हैं और उन्होंने हमेशा कानून का सम्मान किया है। उन्होंने कहा कि अदालत के आदेशों का पालन करते हुए मदन ने आज स्वयं समर्पण किया है।
इससे पहले मदन ने एक वीडियो जारी कर खुद को निर्दोष बताया था। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे गलत और राजनीतिक रूप से प्रेरित हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि उन्होंने पहले जिन लोगों के नाम पुलिस को दिए थे, उनकी अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। मदन ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके परिवार को अनावश्यक रूप से प्रताड़ित किया है, वीडियो में उन्होंने कहा मेरे लिए परिवार से ऊपर राष्ट्र है, जनता का आशीर्वाद मेरे साथ है,जल्द जेल से बाहर आकर जन सेवा जारी रखूंगा।
गौरतलब है कि 23 अक्टूबर को रामनगर के छोई क्षेत्र में बरेली से मांस लेकर जा रहे पिकअप चालक नासिर हुसैन पर भीड़ ने हमला कर दिया था, भीड़ ने नासिर की जमकर पिटाई की थी और उसकी गाड़ी में तोड़फोड़ की थी। नासिर गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस मामले में नासिर की पत्नी नूरजहां की शिकायत पर पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था।
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