चंडीगढ़ , नवंबर 26 -- पंजाब के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद ने बुधवार को बताया कि प्रदेश की महिलाओं को अपनी कुशलता, रचनात्मकता और हस्तनिर्मित उत्पादों को लोगों के सामने लाने के लिए सभी जिलों में चरणबद्ध रूप से 'पंजाब सखी शक्ति मेले' आयोजित किये जा रहे हैं। पहला मेला 26 नवंबर से संगरूर में शुरू हो गया है। संगरूर के रणबीर कॉलेज ग्राउंड में यह मेला 30 नवंबर तक चलेगा। ये मेले ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा पंजाब राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन तथा उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के सहयोग से लगाये जा रहे हैं, जो फरवरी 2026 तक प्रदेश के सभी 23 जिलों में आयोजित किये जाएंगे। इन मेलों में हस्तकला, हथकरघा कपड़े, फुलकारी, घर की सजावट की वस्तुएं, जैविक खाद्य पदार्थ, शहद, मसाले, डिटर्जेंट, फिनाइल तथा अन्य घरेलू उत्पाद बिक्री के लिए प्रदर्शित किये जाएंगे। इसके अलावा खाने-पीने के स्टॉल भी मेले की विशेष आकर्षण रहेंगे।

श्री सौंद ने कहा कि इन मेलों का मुख्य उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों की महिला सदस्यों के उत्पादों को बड़े स्तर पर बाजार तक पहुंचाना है, ताकि महिलाओं की आय में वृद्धि हो सके। साथ ही ग्रामीण उत्पादकों और शहरी ग्राहकों के बीच सीधा संपर्क स्थापित करना भी इन मेलों का लक्ष्य है। पंजाब की रंग-बिरंगी सांस्कृतिक विरासत भी इन मेलों के माध्यम से उभरकर सामने आती है। आम लोग इन मेलों के जरिए पंजाबी दस्तकारी और जैविक उत्पादों को निकट से जान सकेंगे।

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