जयपुर , नवम्बर 26 -- राजस्थान में कृषि मंत्री डाॅ किरोडी लाल मीणा ने राज्य में किसानों को उर्वरकों की आपूर्ति एवं आवश्यकता अनुसार उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं।
डाॅ मीणा ने बुधवार को विभागीय अधिकारियों को यह निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और कृषि विभाग द्वारा उर्वरकों की दैनिक उपलब्धता पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। कम उपलब्धता और अधिक खपत वाले जिलों एवं ब्लॉकों को चिह्नित कर प्रदेशभर में प्राथमिकता के साथ पूर्ण पारदर्शिता से उर्वरकों का वितरण किया जा रहा है। उर्वरकों की कालाबाजारी एवं जमाखोरी रोकने के लिए विभागीय अधिकारी प्रदेश भर में पूर्ण सतर्कता से कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा निरंतर केंद्र सरकार से समन्वय स्थापित कर प्रदेश की मांग अनुसार उर्वरकों की आपूर्ति कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि राज्य के किसानों को पर्याप्त मात्रा में उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए रबी 2025 में अक्टूबर एवं नवम्बर में केन्द्र सरकार द्वारा आवंटित सात लाख 55 हजार टन यूरिया के विरुद्ध गत एक अक्टूबर को उपलब्ध स्टॉक सहित अब तक आठ लाख 99 हजार टन की उपलब्धता की गयीहै, एवं 35 हजार टन यूरिया परिवहन में है, जिसकी आपूर्ति आगामी दो दिनों में हो जायेगी।
प्रदेश में वर्तमान में एक लाख 84 हजार टन यूरिया, 65 हजार टन डीएपी, 64 हजार टन एनपीके एवं एक लाख 53 हजार टन एसएसपी उर्वरकों का स्टॉक उपलब्ध है। वर्तमान में गत वर्ष की तुलना में फॉस्फेटिक उर्वरकों का स्टॉक 69 हजार टन अधिक है। केंद्र सरकार की ओर से यूरिया, डीएपी एवं अन्य उर्वरकों का राज्यों को माहवार एवं कम्पनीवार आवंटन किया जाता है। राज्य सरकार द्वारा प्राप्त आवंटन एवं जिलों की मांग के अनुसार जिलेवार आपूर्ति योजना तैयार कर प्रदेश में उर्वरकों का वितरण पारदर्शिता से कराया जा रहा है।
डाॅ मीणा ने बताया कि अक्टूबर एवं नवम्बर में बारां जिले की कुल मांग 47 हजार 700 टन के विरुद्व 55 हज़ार टन, झालावाड में कुल मांग 44 हज़ार 300 टन के विरुद्व 49 हज़ार 500 टन, बूंदी जिले की कुल मांग 37 हजार 500 टन के विरुद्व 39 हज़ार 200 टन, सवाईमाधोपुर जिले की कुल मांग 28 हज़ार 100 टन के विरुद्व 37 हजार टन, अलवर जिलें की कुल मांग 42 हजार 300 टन के विरुद्व 47 हज़ार 200 टन, भीलवाडा जिले की कुल मांग 19 हज़ार 600 टन के विरुद्व 23 हज़ार 500 टन, सहित जिलों में अक्टूबर एवं नवम्बर की कुल मांग से अधिक यूरिया की उपलब्धता करायी गयी है एवं निरन्तर आपूर्ति जारी है। प्रतापगढ़ जिले में धरियावद क्षेत्र सहित 2000 टन यूरिया की आपूर्ति शीघ करायी जा रही है।
प्रमुख शासन सचिव (कृषि एवं उद्यानिकी) मंजू राजपाल ने बताया कि कृषकों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड में अंकित सिफारिश के अनुसार ही उर्वरकों के उपयोग के लिए प्रेरित करने, उर्वरकों का समान रूप से पारदर्शिता के साथ वितरण कराने और उर्वरक वितरण में अनियमितता बरतने वाले विक्रेताओं, जमाखोरों और कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही के लिए समस्त जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
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