नयी दिल्ली/पटना, अक्टूबर 12 -- बिहार विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर सत्तारूढ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों के बीच रविवार शाम को सहमति बन गयी जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल यूनाइटेड (जद यू) को एक बराबर 101-101 सीटें आवंटित की गयी हैं।
पटना और दिल्ली में घटक दलों के नेताओं की करीब एक सप्ताह तक चली बैठकों के बाद बनी इस सहमति के तहत लोकजनशक्ति पार्टी(रामविलास) एलजेपी (आर) - 29, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक मोर्चा (आरएलमो) - 06 और हिंदुस्तानी अवामी मोर्चा (हम) - 06 सीटों पर चुनाव मैदान में उतरेंगी।" इसके साथ ही घटक दल अब प्रत्याशियों की घोषणाएं शुरू कर सकते हैं।
इस सहमति की घोषणा घटक दलों के नेताओं ने सोसल मीडिया के माध्यम से की। जानकारी के अनुसार सोमवार को पटना में इन दलों की बिहार इकाई के नेता संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संधोधित करेंगे जिसमें घोषित किया जाएगा कि कौन-कौन सा दल किस किस सीट पर उम्मीदवार उतारेगा।
समझौते की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री और भाजपा के बिहार के लिए चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने एक्स पर एक पोस्ट में दी। इससे पहले बिहार के उप मुख्ममंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता सम्राट चौधरी ने एक्स पर इस समझौते की सूचना सार्वजनिक कर दी थी।
श्री प्रधान ने एक्स पर पोस्ट में लिखा, "हम राजग के साथियों ने सौहार्दपूर्ण वातावरण में सीटों का वितरण पूर्ण किया। उन्होंने कहा कि राजग के सभी दलों के कार्यकर्ता और नेता इस सीट बंटवारे हर्षपूर्वक स्वागत करते हैं। श्री प्रधान ने अपने पोस्ट में लिखा "बिहार है तैयार, फिर से राजग सरकार।"बिहार विधान सभा की 233 सीटों के लिए छह और 11 नवंबर को होने वाले चुनावों के लिए सीट बंटवारे को लेकर राजग के घटकों के बीच कई दिनों में कई दौर की बैठक दिल्ली और बिहार में हुई थीं और गतिविधियों से लग रहा था कि सहमति में कठिनायी हो रही है।लेकिन आज राजग दलों में आपसी सहमति बन गयी कि कौन सा दल कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा।
इससे पहले भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने रविवार शाम में राष्ट्रीय चुनाव समिति एवं संसदीय बोर्ड की बैठक बुलायी थी। वहीं लोजपा के आधिकारिक एक्स हैंडल लोजपा(आर) से सीट बंटवारे की आधिकारिक जानकारी देते हुए लिखा कि 'राजग है तैयार, जीतने को बिहार'।
वहीं रालोमो प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने अपने एक्स हैंडल सीट बंटवारे को शेयर करते हुए लिखा कि राजग साथियों ने मिल-बैठकर सौहार्दपूर्ण वातावरण में सीटों का वितरण पूरा किया।
हम पार्टी के प्रमुख जीतनराम मांझी ने सीट बंटवारे की आधिकारिक घोषणा से पहले ही एक्स पर एक पोस्ट में यह साफ कर दिया था कि वह राजग सहयोगी के तौर पर चुनाव में उतरने जा रहे हैं। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा था, "अभी मैं पटना निकल रहा हूँ. वैसे एक बात बता दूँ मैंने पहले भी कहा था और आज फिर से कह रहा हूँ. मैं जीतन राम मांझी अपने अंतिम साँस तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रहूँगा। उन्होंने आगे लिखा, "बिहार में बहार होगी, नीतीश संग मोदी की सरकार होगी।"राजग में सीट बंटवारे को लेकर लोजपा (आर) नेता चिराग पासवान को मनाने में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को भारी जद्दोजहद करते हुए देखा गया। सीट बंटवारे को लेकर शुरूआती दौर में चिराग सीट बंटवारे के फार्मूले पर तैयार होते नहीं दिख रहे थे। इसी क्रम में बिहार में हुई बैठक में सफलता नहीं मिलने पर केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय और बिहार चुनाव भाजपा प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान भी श्री पासवान के दिल्ली स्थित आवास पर भी गए थे। लेकिन इसके बाजवूद सीटों को लेकर अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका था।
वहीं सीट बंटवारे को लेकर नाराज चल रहे केंद्रीय मंत्री एवं हम प्रमुख जीतन राम मांझी को भी दिल्ली बुलाया गया और उनके साथ भी भाजपा शीर्ष नेतृत्व जेपी नड्डा समेत कई प्रमुख नेताओं से कई दौर की वार्ता हुई। जानकारों के मुताबिक रविवार दोपहर तक ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि उपेंद्र कुशवाहा और जीतनराम मांझी गठबंधन से अलग जाकर चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। हालांकि इसका पटाक्षेप स्वयं जीतनराम मांझी ने रविवार को पटना जाने से पहले एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि वो अंतिम सांस तक प्रधानमंत्री मोदी के साथ रहेंगे। जिसे सीट बंटवारे में श्री मांझी को सहमति माना गया।
वहीं रालोमो प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा भी सीट बंटवारे को लेकर आखिरी तक खुश नजर नहीं आ रहे थे, लेकिन अंत में उन्होंने ने भी अपनी सहमति दे दी।
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