कोटा, सितम्बर 27 -- राजस्थान में सवाई माधोपुर जिले के रणथंभौर बाघ अभयारण्य से निकलकर एक बाघ कोटा जिले के खातौली क्षेत्र में आ गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां उसने एक जानवर का शिकार किया है। यह बाघ यहां दो तीन दिनों से देखा जा रहा है।

बाघ को इस क्षेत्र में देखने के बाद लोगों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी। इस पर वन विभाग का दल मौके पर और उसने बाघ के होने की पुष्टि की है। बाघ की पहचान कैमरा फुटेज सामने आने के बाद रणथंभौर की टी-107 सुल्ताना बाघिन के शावक के रूप में हुई है।

वन विभाग कोटा के उपवन संरक्षक अपूर्व कृष्ण श्रीवास्तव ने बताया कि रणथंभौर से सुल्ताना का बेटा टाइगर टी 107 है जो खातौली के आसपास बालूपा में आया है। एक शिकार की भी पुष्टि हुई है।

इस बीच बाघ की तलाश के लिए मुकुंदरा हिल्स बाघ अभयारण्य, कोटा के वन विभाग और रणथंभौर बाघ अभयारण्य दल जुटे हैं। दाेनों दलों में 50 से ज्यादा कर्मचारी हैं। इसके अलावा उसकी गतिविधि पर निगाह रखने के लिये ड्रोन कैमरा, कैमरा ट्रैप भी लगाया गया है। वन विभाग के सू्त्रों ने बताया कि अगस्त 2023 में जन्मा यह बाघ अब उप वयस्क हो चुका है।

उधर इस क्षेत्र में बाघ के देखेे जाने के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि बालूपा, संग्रामपुरा, कैथूदा, देलोदा के आसपास बाघ घूम रहा है। जिसमें एक तरफ चंबल नदी है और दूसरी तरफ पार्वती नदी है। इन दोनों के बीच में ही बाघ घूम रहा है।

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