नयी दिल्ली , नवंबर 28 -- केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि मोदी सरकार ने यह साबित करके दिखाया है कि बेहतर अर्थव्यवस्था के साथ भी अच्छी राजनीति की जा सकती है।
उन्होंने यहां उद्योग मंडल फिक्की के वार्षिक अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा, "एक समय था जब लोग कहते थे कि बेहतर अर्थव्यवस्था और अच्छी राजनीति का तालमेल नहीं हो सकता, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस पुरानी अवधारणा को बदल दिया है और साबित करके दिखाया है कि बेहतर अर्थव्यवस्था के साथ भी अच्छी राजनीति की जा सकती है।"उन्होंने कहा कि यही कारण है कि लोगों ने तीसरी बार केंद्र में मोदी सरकार बनाने के लिए मतदान किया है और हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली और बिहार में भाजपा की बंपर जीत हुई है।
सोच में बदलाव की जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा, ''ब्रिटेन, यूरोपीय संघ और ईएफटीए के साथ मुक्त व्यापार संधियां (एफटीए) संभवतः 25 साल पहले हो सकती थीं, लेकिन अपने उद्योगों को संरक्षण प्रदान करने के नाम पर हमने अपनी सोच को संकुचित रखा। प्रतिस्पर्धा से दक्षता बढ़ती है, उपभोक्ताओं को ज्यादा विकल्प मिलते हैं, यह हमें अपने तुलनात्मक मजबूत पक्ष को जानने और देश हित में उसके इस्तेमाल का अवसर प्रदान करता है।''केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत इस समय दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था है और आने वाले कई वर्षों तक यही स्थिति बनी रहेगी। मुद्रास्फीति अपने न्यूनतम स्तर पर है। उन्होंने कहा, "मैं समझता हूं कि सभी चाहते हैं मुद्रास्फीति में गिरावट का असर भारतीय रिजर्व बैंक के (मौद्रिक नीति समिति के) फैसले में दिखे।"उल्लेखनीय है कि मौद्रिक नीति समिति की बैठक 01 से 03 दिसंबर को होने वाली है।
श्री गोयल ने कहा कि ब्याज दर वाजपेयी सरकार के शासनकाल के समय के बाद के निचले स्तर के काफी करीब है। बेरोजगारी की दर निचले स्तर पर है, कई कंपनियां कहती हैं कि काम करने के लिए लोग नहीं मिलते हैं। विदेशी मुद्रा भंडार उच्चतम स्तर पर है, और शुद्ध औसत एनपीए आधा फीसदी से भी कम है।
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