शिलांग, सितंबर 26 -- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को मेघालय, मिज़ोरम और त्रिपुरा में भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के स्वदेशी 4जी नेटवर्क का उद्घाटन करेंगे।
श्री मोदी ओडिशा के झारसुगुड़ा में इसका वर्चुअल शुभारंभ करेंगे और 4जी संतृप्ति परियोजना के तहत 14,000 से अधिक टावरों सहित 92,633 नए 4जी केंद्रों का लोकार्पण करेंगे।
बीएसएनएल की मुख्य महाप्रबंधक, पूर्वोत्तर-एक सर्कल, डेली गिरी ने कहा, "इस स्वदेशी 4जी सेवा के साथ, भारत उन चुनिंदा देशों के समूह में शामिल हो गया है जो अपनी दूरसंचार तकनीक विकसित और लागू करने में सक्षम हैं। यह शुभारंभ बीएसएनएल और देश की डिजिटल यात्रा के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है।"सुश्री गिरी ने कहा कि यह परियोजना देश के कुछ दूरस्थ कोनों तक किफायती और विश्वसनीय कनेक्टिविटी लाएगी, जिससे डिजिटल खाई को पाटा जा सकेगा और नागरिकों को सशक्त बनाया जा सकेगा। उन्होंने कहा, "बीएसएनएल हाल की तिमाहियों में लाभ में रही है और भारत सरकार की 4जी संतृप्ति परियोजना जैसी पहलों के सहयोग से, हमें विश्वस्तरीय सेवाएँ प्रदान करते हुए इस गति को बनाए रखने का विश्वास है।"उन्होंने बताया कि बीएसएनएल की 4जी संतृप्ति परियोजना के अंतर्गत कुल 406 टावर स्थापित करने की योजना है, जिनमें से 238 मेघालय में, 53 मिज़ोरम में और 115 त्रिपुरा में हैं। अब तक 246 टावर चालू हो चुके हैं, जिनमें से 136 मेघालय में, 17 मिज़ोरम में और 93 त्रिपुरा में हैं। उन्होंने कहा कि स्वदेशी 4जी नेटवर्क मेघालय के 12 ज़िलों, मिज़ोरम के नौ ज़िलों और त्रिपुरा के आठ ज़िलों को कवर करता है, जिसमें कुल 1,278 टावर स्थापित किए गए हैं, जिसकी अनुमानित परियोजना लागत 1,092 करोड़ रुपये है।
उन्होंने बताया कि बीओपी बीआईपी और चरण 9.2 परियोजनाओं के तहत अतिरिक्त कवरेज का विस्तार किया जा रहा है, जिससे सीमावर्ती और दूरदराज के क्षेत्रों में कनेक्टिविटी का उल्लेखनीय विस्तार होगा। बीओपी बीआईपी परियोजना के तहत, 18 टावरों (मेघालय: 15, मिज़ोरम: तीन) की योजना बनाई गई है, जिनमें से मेघालय में अब तक 2 टावर चालू हो चुके हैं। यह परियोजना राज्यों में उच्च गति 4जी कनेक्टिविटी प्रदान करेगी और जल्द ही अल्ट्रा-हाई-स्पीड 5जी में अपग्रेड होने की उम्मीद है।
सुश्री गिरि ने बताया कि पूर्वोत्तर-एक सर्कल में कुल 848 टावरों की योजना है, जिनमें मेघालय में 262 टावर शामिल हैं, जिनमें से 252 पहले ही चालू हो चुके हैं।
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