रायपुर , नवंबर 29 -- देशभर में मेडिकल कॉलेजों को मान्यता दिलाने में भ्रष्टाचार के संगठित नेटवर्क का गंभीर खुलासा हुआ है। इसी सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बीते शुक्रवार को छत्तीसगढ़ सहित आठ राज्यों में एक साथ छापे मारे थे। रायपुर स्थित रावतपुरा सरकार मेडिकल कॉलेज भी इस कार्रवाई की जद में आया था, जहां से कई अहम डिजिटल डॉक्यूमेंट व इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किए गए हैं।
ईडी अधिकारियों ने कॉलेज के डायरेक्टर अतुल कुमार तिवारी के आवास और संबंधित परिसरों में घंटों पूछताछ की। जांच टीम ने मोबाइल फोन, डीवीआर , पेन ड्राइव, हार्ड डिस्क समेत कई डिवाइस अपने कब्जे में लिए हैं। इसके साथ ही बैंक खातों और वित्तीय लेन-देन से जुड़ी जानकारी भी मांगी गई है।
एजेंसी की तकनीकी टीम अब इन सभी डेटा का विश्लेषण कर रही है।
जांच में सामने आया कि मेडिकल कॉलेजों से जुड़े कुछ लोगों के संपर्क केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय तक थे। आरोप है कि ये अधिकारी निरीक्षण की गोपनीय जानकारी पहले ही कॉलेज प्रबंधन तक पहुंचा देते थे, ताकि इंस्पेक्शन टीम आने से पहले कॉलेज में फर्जी मरीजों की भर्ती, नाममात्र की फैकल्टी, और बढ़ी हुई अस्पताल क्षमता जैसी तैयारियां दिखाकर मान्यता हासिल की जा सके।
सीबीआई की प्राथमिकी में यह भी दावा किया गया है कि कई बिचौलिए इन कॉलेजों और मंत्रालय के अधिकारियों के बीच कड़ी का काम करते थे।
निरीक्षण टीम को रिश्वत की पेशकश कर "गुड रिपोर्ट" तैयार कराने का आरोप भी सामने आया है।
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