चंडीगढ़ , अक्टूबर 14 -- ) हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मंगलवार को कुरुक्षेत्र के नागरिकों को 10 ई-बसों को हरी झंडी दिखाकर इलेक्ट्रिक बस सेवा समर्पित की। मुख्यमंत्री ने पूर्व मंत्री सुभाष सुधा के साथ ज्योतिसर से कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय तक ई-बस में यात्रा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि दिवाली तक नागरिक इन ई-बसों में नि:शुल्क यात्रा कर सकेंगे।

मुख्यमंत्री हरियाणा राज्य परिवहन विभाग द्वारा ज्योतिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि ये ई-बसें विभिन्न रूटों पर चलेंगी, जिससे न केवल स्थानीय निवासियों को बल्कि देश-विदेश के पर्यटकों को भी लाभ होगा। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव, सूर्य ग्रहण मेला जैसे प्रमुख आयोजनों के दौरान तीर्थयात्री और पर्यटक इस ई-बस सेवा का उपयोग कर सकेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा राज्य परिवहन विभाग ने भारत सरकार के राष्ट्रीय इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन 2020 के अंतर्गत हरियाणा और पड़ोसी राज्यों में पर्यावरण-अनुकूल इलेक्ट्रिक बस सेवाएँ चलाने का निर्णय लिया है।

उन्होंने बताया कि सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को मजबूत करने के लिए सरकार ने 10 नगर निगमों - पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, हिसार, गुरुग्राम और फरीदाबाद - के लिए 50-50 इलेक्ट्रिक बसें खरीदने का निर्णय लिया है, यानी कुल 500 बसें। इसके अलावा, दिल्ली-गुरुग्राम और आसपास के क्षेत्रों की निकटता को देखते हुए रेवाड़ी को भी 50 बसें मिलेंगी। सकल लागत अनुबंध (जीसीसी) मॉडल के तहत विभाग ने 375 वातानुकूलित ई-बसें खरीदने का निर्णय लिया है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि पानीपत, यमुनानगर, करनाल, पंचकूला, हिसार, रोहतक, रेवाड़ी और सोनीपत (प्रत्येक में पांच) तथा अंबाला (दस बसें) में इलेक्ट्रिक बस सेवाएं पहले ही शुरू की जा चुकी हैं। अब दिवाली से पहले श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों के लिए कुरुक्षेत्र में यह पर्यावरण-अनुकूल सिटी बस सेवा शुरू की गई है।

उन्होंने कहा कि यह हरियाणा सरकार के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, जिससे हरियाणा देश के उन पहले राज्यों में शामिल हो गया है, जिन्होंने इस तरह की परियोजना को सफलतापूर्वक लागू किया है। इस सेवा से न केवल कुरुक्षेत्र के निवासियों को लाभ होगा बल्कि शून्य वायु और ध्वनि प्रदूषण भी सुनिश्चित होगा।

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