लखनऊ, सितम्बर 26 -- मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत प्रदेशभर के विद्यालयों में ख्यातिप्राप्त महिलाओं से संवाद, आत्मरक्षा प्रशिक्षण और 'सेल्फ डिफेंस क्लब' का गठन हुआ है। जिसमें प्रदेश भर से 2.98 लाख बालिकाओं को शामिल किया गया है। इस आत्मरक्षा क्लब का उद्देश्य छात्राओं को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाना है ताकि वे किसी भी आपात स्थिति में अपनी सुरक्षा स्वयं कर सकें।

शुक्रवार को प्रदेशभर के विद्यालयों में ख्यातिप्राप्त महिलाओं से संवाद, आत्मरक्षा प्रशिक्षण और 'सेल्फ डिफेंस क्लब' का गठन किया गया। इस दौरान संवाद सत्र और आत्मरक्षा क्लबों ने बालिकाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाया और उनके उज्ज्वल भविष्य को सशक्त बनाने की दिशा में बढ़ने को प्रेरित किया।

संवाद सत्र के दौरान प्रदेश के विभिन्न परिषदीय और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की 3.77 लाख बालिकाएं शामिल हुई। इस सत्र में ख्याति प्राप्त महिलाओं और वरिष्ठ महिला अधिकारियों को आमंत्रित किया गया, जिन्होंने अपने संघर्ष, उपलब्धियों और अनुभवों को साझा किया। इन जीवन्त अनुभवों ने छात्राओं को प्रेरित किया और जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए आत्मविश्वास जगाया। संवाद से यह संदेश देने का प्रयास किया गया कि लक्ष्य निर्धारण और निरंतर प्रयास से सफलता संभव है।

महानिदेशक, स्कूल शिक्षा मोनिका रानी ने बताया कि संवाद सत्र और आत्मरक्षा क्लबों से बालिकाओं में आत्मविश्वास और साहस का संचार हुआ है। यह उन्हें जीवन की चुनौतियों का सामना करने और आत्मनिर्भर बनने की दिशा में सशक्त बनाएगा।

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