एज़ल , अक्टूबर 03 -- मिज़ोरम में पहली बार एक निजी एजेंसी ने इस वर्ष लुंगलेई ज़िले के रोटलांग पश्चिम में कोयला अन्वेषण गतिविधियाँ शुरू की हैं।

भूविज्ञानी सी. मालसावमकिमा ने शुक्रवार को पछुंगा विश्वविद्यालय कॉलेज में आयोजित, मिज़ोरम भूवैज्ञानिक सोसायटी (जीएसएम) की आम सभा की बैठक के दौरान यह जानकारी दी।

इस क्षेत्र में तीन कोयला-युक्त स्थल खोजे गए हैं। कोयला भंडार वाले कयी अतिरिक्त क्षेत्रों की भी पहचान की गयी है। श्री मालसावमकिमा ने कहा कि कोयले के नमूनों की गुणवत्ता की जाँच अभी बाकी है। सूक्ष्म तत्वों और दुर्लभ मृदा तत्वों (आरईई) का आकलन करने के लिए एक बोरहोल से लिया गया कोयला नमूना झारखंड के जमशेदपुर स्थित राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला भेजा गया है, जिसके परीक्षण परिणाम आने बाकी हैं।

बैठक में अगली अन्वेषण योजनाओं पर चर्चा की गयी, जिसमें विभिन्न संस्थानों के साथ सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया गया। बैठक के दौरान केंद्र सरकार से धन प्राप्त करने की संभावनाओं पर भी विचार किया गया।

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री एफ. रोडिंगलियाना ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया, जिसमें भूविज्ञानी मालसावमडॉनग्लियाना द्वारा मिज़ोरम में हाइड्रोकार्बन अन्वेषण (तेल और गैस) की स्थिति पर एक रिपोर्ट और दुर्लभ मृदा तत्वों (आरईई) के अन्वेषण की जानकारी भी दी गयी।

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