चंडीगढ़ , नवंबर 29 -- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने शनिवार को कहा कि पंजाब की भगवंत मान सरकार ने विरोधके लोकतांत्रिक अधिकार को दबाने के लिए पंजाब में दमनकारी राज कायम कर दिया है।

अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे रोडवेज कर्मचारियों पर पुलिस लाठीचार्ज की कड़ी निंदा करते हुए श्री चुघ ने कहा कि उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने के बजाय आप सरकार ने असहमति की आवाज को दबाने के लिए क्रूरता का सहारा लिया। उन्होंने कहा, " पंजाब आज लोकतंत्र नहीं रहा, बल्कि अनियंत्रित ज़बरदस्ती का अखाड़ा बन गया है। मान सरकार ने पुलिस के डंडे को अपना राजनीतिक हथियार बना लिया है-जो कोई भी आवाज़ उठाता है, उसका स्वागत लाठियों से होता है।"श्री चुघ ने मुख्यमंत्री भगवंत मान पर हमला बोलते हुए कहा कि किलोमीटर स्कीम का विरोध कर रहे रोडवेज कर्मचारी अपराधी नहीं, बल्कि अपनी रोज़ी-रोटी के लिए संघर्ष कर रहे मेहनती कर्मचारी हैं। लेकिन मान सरकार साफ़ संदेश देना चाहती है कि पंजाब में बातचीत नहीं, सिर्फ़ डंडे की भाषा चलती है। यह व्यवहार एक तानाशाह का है, किसी चुने हुए मुख्यमंत्री का नहीं।

उन्होंने कहा कि मान सरकार हर कर्मचारी यूनियन को एक ही पाठ पढ़ा रही है, "आप के राज में अगर आप अपना हक मांगोगे, तो आपको लाठियों से पीटा जाएगा।" उन्होंने कहा कि चाहे वह ठेका अध्यापक हों, आउटसोर्स कर्मचारी हों, नगरपालिका कर्मचारी हों, आंगनवाड़ी वर्कर हों, आशा वर्कर हों, किसान यूनियनें हों, सरकारी कर्मचारी संगठन हों, पावरकॉम/ पीएसपीसीएल ठेका कर्मचारी हों, सफाई कर्मचारी हों, बेरोजगार शिक्षक हों, टीईटी पास उम्मीदवार हों, लाइनमैन/बिजली आउटसोर्स कर्मचारी हों, स्वास्थ्य कर्मचारी हों या ठेके पर कार्यरत नर्सें हों - जिसने भी अपने अधिकारों के लिए बोलने की कोशिश की, उसे लाठी-राज के माध्यम से चुप करा दिया गया।

किलोमीटर स्कीम के खिलाफ रोडवेज कर्मचारियों के विरोध को कुचलने की कोशिश करके सरकार ने साफ़ कर दिया है कि आप सरकार ने पूरे राज्य में ज़बरदस्ती की नीति लागू कर दी है। उन्होंने कहा कि जो सरकार अपने ही कर्मचारियों को दुश्मन समझती है और उन्हें पीटती है, वह आम लोगों की क्या रक्षा करेगी? यह सरकार पंजाब को ख़ौफ़ और ख़ामोशी की जेल में बदलने पर तुली हुई है।

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