चबाल (तरनतारन) , अक्टूबर 03 -- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शुक्रवार को त्योहारों के मौसम में राज्य के लोगों को एक बड़ा तोहफा देते हुए, राज्य में 4,150.42 करोड़ रुपये की लागत से 19,491.56 किलोमीटर ग्रामीण संपर्क सड़कों की मरम्मत और उन्नयन की एक बड़ी परियोजना की शुरुआत की।
समारोह को संबोधित करते हुए, मुख्यमंत्री ने तरनतारन की पवित्र भूमि पर शीश नवाया, जहां सिखों के पांचवें गुरु, श्री गुरु अर्जन देव जी और नौवें गुरु, श्री गुरु तेग बहादुर जी और बाबा बुड्ढा जी के पदचिह्न हैं। उन्होंने कहा कि आज का दिन, खासकर पंजाब के ग्रामीण इलाकों के लिए, एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि आज ग्रामीण संपर्क सड़कों की मरम्मत और उन्नयन का कार्य शुरू हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में कुल 30,237 संपर्क सड़कें हैं जिनकी कुल लंबाई 64,878 किलोमीटर है। इनमें से 33,492 किलोमीटर सड़कें पंजाब मंडी बोर्ड और 31,386 किलोमीटर सड़कें लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधीन हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार अब 19,491.56 किलोमीटर लंबी 7,373 संपर्क सड़कों की मरम्मत और उन्नयन के लिए एक परियोजना शुरू कर रही है।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना पर 4,150.42 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिसमें पांच वर्षों का रखरखाव भी शामिल है। उन्होंने कहा कि मरम्मत और उन्नयन पर 3,424.67 करोड़ रुपये और पांच वर्षों के रखरखाव पर 725.75 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सड़कों की मरम्मत और उन्नयन के लिए ई-टेंडरिंग प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और पूरा काम पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त तरीके से किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इन सड़कों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सर्वेक्षण कराया गया था, जिसके परिणामस्वरूप 383.53 करोड़ रुपये की बचत हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बैठक में मंडी बोर्ड के अधिकारियों, ठेकेदारों और अन्य हितधारकों ने प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की और सभी ठेकेदारों और एजेंसियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि इस लिंक रोड परियोजना में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए और हर हाल में उचित रखरखाव सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोहरे या अंधेरे की स्थिति में जन सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, मरम्मत और उन्नयन किये गये लिंक रोड पर 91.83 करोड़ रुपये की लागत से एक विशेष सड़क सुरक्षा परियोजना लागू की जा रही है। श्री मान ने इस बात पर दुख जताया कि बाढ़ के रूप में आई प्राकृतिक आपदा ने राज्य को भारी नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि बाढ़ ने 2,300 से ज़्यादा गांवों को जलमग्न कर दिया है, 20 लाख से ज़्यादा लोगों को प्रभावित किया है और पांच लाख एकड़ ज़मीन पर फैली फ़सलों को तबाह कर दिया है। लगभग 60 लोगों की जान चली गई और लगभग सात लाख लोग बेघर हो गये। उन्होंने बताया कि 3,200 सरकारी स्कूल क्षतिग्रस्त हो गये, 19 कॉलेज मलबे में तब्दील हो गये, 1,400 क्लीनिक और अस्पताल बर्बाद हो गये, 8,500 किलोमीटर सड़कें नष्ट हो गयीं और 2,500 पुल ढह गये।
श्री मान ने कहा कि शुरुआती अनुमानों के अनुसार, कुल नुकसान लगभग 13,800 करोड़ रुपये है, हालांकि वास्तविक आंकड़ा इससे भी ज़्यादा हो सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोगों के एक-एक पैसे की भरपाई करेगी और किसानों को फसल के नुकसान के लिए 20,000 रुपये प्रति एकड़ दिये जायेंगे, जो देश में सबसे ज़्यादा होगा।
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