महासमुंद , दिसंबर 23 -- चुनाव आयोग एवं मुख्य चुनाव पदाधिकारी रायपुर के निर्देशानुसार महासमुंद जिले में 28 अक्टूबर से विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्य प्रारंभ किया गया था। इस अभियान के अंतर्गत मतदाताओं के सत्यापन एवं एसआईआर के डिजिटाइजेशन का कार्य चार नवंबर से 18 दिसंबर 2025 (संशोधित तिथि) तक बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर पूर्ण किया गया।
आयोग के निर्देशानुसार मंगलवार को एसआईआर के तहत निर्वाचक नामावली का प्रारंभिक प्रकाशन किया गया। इस अवसर पर जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में मीडिया प्रतिनिधियों की प्रेसवार्ता लेकर विधानसभावार मतदाताओं की संख्या सहित एसआईआर से संबंधित विस्तृत जानकारी दी।
कलेक्टर ने बताया कि प्रारंभिक प्रकाशन के उपरांत मतदाता सूची में शामिल नामों को लेकर दावा एवं आपत्तियां 22 जनवरी 2026 तक प्रस्तुत की जा सकेंगी। दावा-आपत्ति की प्रक्रिया में पात्र एवं वास्तविक मतदाताओं का पंजीकरण कर उन्हें पुनः मतदाता सूची में जोड़ा जाएगा, जबकि एक से अधिक स्थानों पर पंजीकृत पाए गए मतदाताओं के नाम केवल एक ही स्थान पर बनाए जाएंगे। दावा-आपत्ति की सूची मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, छत्तीसगढ़ की वेबसाइट पर भी उपलब्ध कराई जाएगी।
उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा ईआरओ के माध्यम से नोटिस जारी करने एवं सुनवाई की समय-सीमा आज से 14 फरवरी 2026 तक निर्धारित की गई है। वहीं, मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 21 फरवरी 2026 को किया जाएगा।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने जानकारी दी कि जिले के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक 39 सरायपाली, 40 बसना, 41 खल्लारी एवं 42 महासमुंद में कुल सात लाख 93 हजार 722 मतदाताओं के गणना पत्र प्राप्त हुए हैं, जिन्हें प्रारंभिक प्रकाशन सूची में शामिल किया गया है। इनमें तीन लाख 94 हजार 607 पुरुष, तीन लाख 99 हजार 107 महिला तथा आठ अन्य (थर्ड जेंडर) मतदाता शामिल हैं।
विधानसभावार विवरण देते हुए उन्होंने बताया कि महासमुंद विधानसभा क्षेत्र में एक लाख 86 हजार 820, खल्लारी में दो लाख तीन हजार 231, बसना में दो लाख 10 हजार 657 तथा सरायपाली विधानसभा क्षेत्र में एक लाख 93 हजार 14 मतदाताओं के नाम प्रारंभिक सूची में दर्ज किए गए हैं।
कलेक्टर ने बताया कि प्रारंभिक प्रकाशन से पूर्व जिले में कुल आठ लाख 86 हजार 422 मतदाता दर्ज थे, जिनमें चार लाख 33 हजार 59 पुरुष, 4 लाख 53 हजार 344 महिला एवं 19 अन्य (थर्ड जेंडर) मतदाता शामिल थे।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि विभिन्न कारणों से कुल 92 हजार 700 मतदाताओं के गणना प्रपत्र प्राप्त नहीं हो सके, जो कुल मतदाताओं का 10.46 प्रतिशत है। इनमें 24,497 मतदाता मृत पाए गए, 37,066 मतदाता स्थानांतरित हो चुके हैं, 23,149 मतदाता अनुपस्थित रहे, 7359 मतदाताओं का दोहरा पंजीकरण पाया गया, जबकि 629 प्रकरण अन्य कारणों से अप्राप्त रहे।
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